प्रयागराज: भारतीय संस्थानों की बेरुखी प्रतियोगी छात्राओं के भविष्य पर भारी पड़ रही है। अधिकारी लंबित भर्तियों को निस्तारित करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। सबसे चिंताजनक स्थिति माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी पीजीटी 2016 का है। भर्ती का विज्ञापन निकले 4 साल पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक पूरी नहीं हुई प्रतियोगी भारती संस्थान का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है।
चयन बोर्ड टीजीटी पीजीटी 2016 के तहत अलग-अलग विषयों के करीब 9000 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था। कई विषयों का परिणाम जारी करके चिंटू को नियुक्ति दे दी गई है लेकिन पीजीटी प्रवक्ता कला में 33 प्रवक्ता नागरिक शास्त्र महिला वर्ग में 13 पद का परिणाम जारी नहीं किया गया। इस प्रकार टीजीटी कला में 424 हिंदी में 1243 पद का परिणाम रुका है। इसी प्रकार टीजीटी सामाजिक विज्ञान में 1099 पद के लिए अभ्यर्थियों का साक्षात्कार प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। अभ्यर्थियों द्वारा ओएमआर शीट में गड़बड़ी के कारण सामाजिक विज्ञान का मामला हाई कोर्ट में लंबित है। कोर्ट ने 18 फरवरी को सुनवाई होगी। प्रतियोगी लंबित परिणामों का परिणाम जल्द जारी न होने पर चयन बोर्ड पर आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं।