प्रयागराज: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी ) 2020 जल्द हो पाने के आसार नहीं है। वजह संशोधित प्रस्ताव में समय सारणी फिर पार हो गई है। शासन ने इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया अब तीसरा प्रस्ताव मांगे जाने पर ही कार्यक्रम जारी हो सकता है। इसी बीच प्रदेश में पंचायत चुनाव में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं होनी है ऐसे में परीक्षा लंबे समय के लिए टल सकती है। ज्ञात हो कि सरकार परीक्षा कराने की अनुमति दे चुकी है।
प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक चयन के लिए यूपीटीईटी का होना जरूरी है। नए साल में शिक्षक भर्ती आने की उम्मीद शिक्षक पात्रता परीक्षा को अनुमति देने से ही जगी थी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने दिसंबर 2020 में प्रस्ताव भेजा। उसमें 28 दिसंबर से 28 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन 28 फरवरी को परीक्षा कराने की तैयारी थी लेकिन प्रस्ताव पर मुहर नहीं लग सकी और पहली समय सारणी बीत गई। तब एनआईसी शासन को परीक्षा संस्था की बैठक हुई। इसमें आवेदन जनवरी के मध्य में शुरू होने पर सहमति बनी। परीक्षा संस्था से संशोधित प्रस्ताव मांगा गया। परीक्षा संस्था ने 30 दिसंबर को ही भेज दिया था। उसमें ऑनलाइन आवेदन 12 जनवरी से और परीक्षा 7 मार्च को कराने का प्रस्ताव था।
शासन में मंथन के बाद दूसरे प्रस्ताव की समय सारणी बीत गई है,अब परीक्षा संस्था से फिर प्रस्ताव लेने के बाद ही कार्यक्रम निर्गत होने आसार हैं। इसी बीच प्रदेश में पंचायत चुनाव में यूपी बोर्ड परीक्षाएं होनी है इससे यह परीक्षण टलने की उम्मीद है। हालांकि पिछले सप्ताह प्रयागराज आए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने कहा था कि प्रस्ताव शासन में लंबित है जल्द निर्णय होगा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी का कहना है कि अब शासन के निर्देश का इंतजार है जो निर्देश होगा अमल किया जाएगा।