लखनऊ: ढाई महीने के अंदर ही पोषाहार में दूध भी देने की योजना दम तोड़ गई अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर फोर्टिफाइड सरसों या सोयाबीन तेल के साथ दलिया फोर्टिफाइड चावल और चना दाल दी जाएगी । इस संबंध में बाल विकास सेवा व पुष्टाहााार विभाग सारिका मोहन ने आदेश जारी कर दिया है।
नवंबर में दीपावली पर विभाग ने पोषाहार के रूप में गेहूं चावल दाल के साथ सूखा दूध व घी देने की शुरुआत की थी। दूध व घी पूरी तरह सभी जिलों के सभी लाभार्थियों तक पहुंच पाता। सरकार ने मेनू बदल दिया।
दरअसल प्रदेश में सूखा दूध व घी देने के लिए सरकार ने प्रदेशिक कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन को काम सौंपा था। लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में सूखा दूध व घी उपलब्ध कराने में डेयरी फेडरेशन सफल नहीं हुए। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश भर में 20 से 30 फ़ीसदी लाभार्थियों को ही दूध व सूखा दूध मिल पाया। लिहाजा सरकार ने व्यवस्था बदल दी है।
इस बार फोर्टिफाइड सरसों का तेल व चावल शामिल किया गया है। फूड फोर्टिफिकेशन यानी विभिन्न खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों को शामिल किया जाता है। इस बार की व्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में सभी सामग्री नैफेड स्वयं सहायता समूह को उपलब्ध कराया जाएगा।