प्रयागराज: डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन ( डीएलएड ) किस समेस्टर परीक्षा में अभ्यर्थियों को कठिन सवालों का सामना करना पड़ सकता है। डीएलएड की परीक्षा में अभी कक्षा 8 स्तर के सवाल पूछे जाते हैं। जिनका स्थान बढ़ाकर अब कक्षा 12 तक करने की तैयारी है। इस बाबत परीक्षा नियामक अधिकारी की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके साथ ही मूल्यांकन की अवस्था में भी संशोधन का प्रस्ताव है । ताकि परीक्षा में पारदर्शिता को बढ़ाया जा सके।
प्रदेश में जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान की संख्या 67 है, जिनसे 10600 डीएलएड प्रशिक्षण में जुड़े हुए हैं। वही डीएलएड की 3103 निजी कॉलेज है और इसमें डीएलएड की 231600 सीटें हैं। डी एल एड का कोर्स पूरा करने के बाद प्रशिक्षु प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक बनने की अर्हता पूरी कर लेते हैं वैसे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद का नियम है कि इंटर पास डीएलएड में प्रवेश ले सकते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में स्नातक कर चुके अभ्यर्थियों को डीएलएड में प्रवेश दिया जाता है। जबकि डीएलएड की सेमेस्टर परीक्षाओं में कक्षा 8 स्तर के ही सवाल पूछे जाते हैं।
शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए अब तैयारी चल रही है। की डीएलएड इस सेमेस्टर परीक्षाओं में कक्षा 12 तक के सवाल पूछे जाएं। इसी को ध्यान में रखते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा अक्सर आरोप लगते रहते हैं कि निजी कालेजों के प्रशिक्षुओं को आंतरिक मूल्यांकन में अधिक अंक मिल जाते हैं। जिस वजह से सरकारी कालेज के छात्र मेरिट में उनसे पीछे हो जाते हैं। अब इस व्यवस्था को भी संतुलित एवं पारदर्शी बनाने की तैयारी है। शासन को प्रस्ताव भेजा गया है कि कुल प्राप्तांक के 30 फ़ीसदी से अधिक अंक आंतरिक मूल्यांकन में न दिए जाएं। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद मूल्यांकन की गुणवत्ता में भी सुधार देखने को मिलेगा