प्रतापगढ़: जेठवारा के बालापुर खुरदरा की रहने वाली विकास यादव की नकल माफियाओं से सांठगांठ कि ना तो परिवार के लोगों ने कल्पना की थी और ना ही ग्रामीणों ने। कोचिंग में पढ़ाने के दौरान वह नकल माफियाओं के संपर्क में आया। अब जिले की पुलिस भी उससे क्रियाकलापों की छानबीन में जुट गई है। वह उनका भूमिका तलाशी जा रही है।
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर व्हाट्सएप पर लिखकर आने के मास्टरमाइंड जेठवारा के बालापुर खुदरा निवासी विकास यादव पुत्र राजेश यादव को आगरा एसओजी व एसडीएम बुधवार को घर से उठा ले गई। परिवार के लोग पहले तो मामले को छुपते रहे मगर बृहस्पतिवार को विकास का नाम समाचार पत्रों में देख हैरान हो उठे।
किसी को विकास के नकल माफिया के संपर्क में होने का अहसास तक नहीं था परिवार के लोगों भी अब स्वीकार करने लगी हैं कि उन्हें आगरा एसओजी व एसटीएफ ले गई है। वह लोग शुक्रवार को आगरा जाएंगे। ग्रामीणों के अनुसार विकास में प्रयागराज जाने के कुछ दिनों बाद ही एक कोचिंग ज्वाइन कर लिया था। इसके बाद ही वह नकल माफिया के संपर्क में आया। अब जिले की पुलिस पूर्व में प्रयागराज समेत आसपास के जनपदों में पेपर लीक होने के मामले के विकास की संलिप्तता खोजने में जुटी हुई है। अप्पर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी दिनेश चंद्र त्रिवेदी ने बताया। की लोकल पुलिस के साथ ही एसओजी भी विकास की कुंडली खंगाल रही है।