यूटा के जिलाध्यक्ष की शिकायत पर विजिलेंस टीम झांसी ने की कार्रवाई
हमीरपुर। बेसिक शिक्षा विभाग हमीरपुर में वित्त लेखाधिकारी को शुक्रवार को विजिलेंस टीम ने रंगें हाथों 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते दबोच लिया है। इस कार्रवाई से कार्यालय में हड़कंप मच गया है। बीएसए भी लेखाधिकारी की गिरफ्तारी से हैरान है। फिलहाल लेखाधिकारी को सदर कोतवाली के लॉकप में बंद कर दिया गया है। शनिवार को आरोपित को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट लखनऊ में पेश किया जायेगा।
बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त लेखाधिकारी रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार: जिले के गोहांड ब्लाक के मंगरौठ गांव के प्राथमिक विद्यालय में जगदीश शरण सहायक अध्यापक के पद पर तैनात रहे हैं। उन्होंने करीब दो साल पहले वीआरएस ले लिया था। सेवानिवृत होने के बाद उनका ग्रेच्युटी का भुगतान वित्त लेखाधिकारी हमीरपुर के यहां लम्बित है। जिसके लिये वह लगातार कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। जगदीश शरण के दामाद रमाकांत शुक्ला भी प्राथमिक विद्यालय टेढ़ा में शिक्षक हैं। वह यूनाइटेड टीचर्स एसोसियेशन (यूटा) के हमीरपुर जिलाध्यक्ष हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त लेखाधिकारी रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार: उन्होंने वित्त लेखाधिकारी के खिलाफ यूटी के प्रदेश संयोजक विक्रांत पटैरिया से शिकायत की। और बताया कि सेवानिवृत ससुर शिक्षक की ग्रेच्युटी भुगतान करने के लिये वित्त लेखाधिकारी दीपक चन्द्र ने 25 हजार रुपये रिश्वत की मांग की है। इस मामले को लेकर विजिलेंस टीम से झांसी में शिकायत दर्ज करायी गयी। शुक्रवार को विजिलेंस के इंस्पेक्टर शम्भू तिवारी व एमपी सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने यहां आकर बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त लेखाधिकारी के कार्यालय में चुपके से डेरा डाल दिया।
बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त लेखाधिकारी रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार: इसी बीच लेखाधिकारी 25 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे तभी विजिलेंस टीम ने उन्हें रिश्वत लेते रंगें हाथों दबोच लिया। उन्हें हिरासत में लेकर विजिलेंस टीम ने सदर कोतवाली पुलिस के हवाले किया। वित्त लेखाधिकारी को कोतवाली के लॉकप में बंद कर दिया गया है। इस कार्रवाई से बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी समेत अन्य राजकीय कार्यालयों में हड़कंप मच गया है। वित्त लेखाधिकारी फैजाबाद के मूल निवासी है।
बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त लेखाधिकारी रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार: यूटा के प्रदेश संयोजक विक्रांत पटैरिया ने बताया कि अभी तक हमीरपुर, महोबा समेत पूरे प्रदेश में 180 भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मियों को यूटा की पहल पर रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मौजूदा में लगभग बारह भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी यूटा के रडार पर हैं। यूटा के प्रदेश कोषाध्यक्ष विजय पटेल ने बताया कि लोग निडर होकर यूटा की लीगल सैल में शिकायत दर्ज करायें। शासन की मंशा के अनुरूप भ्रष्ट लोग किसी भी दशा में बख्शे नहीं जायेंगे।