प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 30 जनवरी को घोषित किए गए खंड शिक्षा अधिकारी परीक्षा 2021 के रिजल्ट में टॉपर की जालसाज निकला । खंड शिक्षा अधिकारी परीक्षा में बिदंकी फतेहपुर का प्रणव पहले स्थान पर चुना गया था। उसके खिलाफ 1 मार्च को एफ आई आर आर दर्ज कराई गई थी। आयोग के सचिव जगदीश ने स्वीकार किया है कि बीईओ परीक्षा के टॉपर प्रणव ने फर्जीवाड़ा किया है
आयुक्त द्वारा प्रमाण पत्र और मूल अभिलेखों के 8,9 एवं 10 फरवरी की प्रणव ने डीएलएड परीक्षा पास की थी जबकि बीईओ परीक्षा में वह b.ed का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शामिल हुआ था। आयोग की ओर से प्रमाण पत्रों की जांच में b.ed का प्रमाण पत्र कूट रचित लगने पर उसकी जांच कराई गई पता चला कि प्रणव को b.ed का प्रमाण पत्र सचिव परीक्षा नियामक जबकि परीक्षा नियामक प्राधिकारी b.ed प्रमाण पत्र जारी ही नहीं करता। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सक्रियता से जल्द ही जालसाज को पकड़ लिया गया। प्रमाण पत्रों की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रणव का चयन निरस्त होना तय हो गया है
और से 13 दिसंबर 2019 को खंड शिक्षा अधिकारी के 309 पदों के चयन के लिए विज्ञापन जारी किया था। अधिकारियों ने 13 जनवरी 2020 तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। 528314 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। लिखित परीक्षा का परिणाम 1 अक्टूबर को जारी हुआ। 309 पदों के लिए 4591 अभ्यर्थी परीक्षा में सफल हुए। 30 जनवरी को अंतिम परिणाम जारी किया गया। सभी से आवेदन पत्र व अभिलेख प्रमाण पत्र जमा करने के लिए 28 अक्टूबर से 30 नवंबर 2020 तक का समय दिया गया है। फतेहपुर के अभ्यर्थी प्रणव ने भी आवेदन पत्र के साथ b.ed प्रमाण पत्र जमा करने के लिए कहां गया है।