प्रयागराज : कोरोना काल में भी परिषदीय स्कूलों के शिक्षक और विद्यार्थियों के बीच संवाद बना रहे। नए सत्र में पठन पाठन की प्रक्रिया भी शुरू हो इसके लिए वह हर रोज छात्र-छात्रओं को अनिवार्य रूप से फोन करेंगे। अपनी कक्षा के कम से कम पांच विद्यार्थियों से बात करके उनकी कठिनाइयों को भी पूछेंगे। बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि शासन का प्रयास है कि ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस हो। महामारी के दौर में छात्र-छात्रओं का नुकसान न हो इसके लिए सभी शिक्षक अपने स्तर से प्रयास करें। ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री विद्यार्थियों तक पहुंचाएं। दूरदर्शन से प्रसारित होने वाले शैक्षणिक कार्यक्रमों की भी जानकारी दें। जिन बच्चों व अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन न हो, उनके पड़ोसियों से संपर्क कर शैक्षणिक सामग्री पहुंचाने की कोशिश की जाए। प्रत्येक विद्यार्थी को अपने परिवार के बच्चे की तरह समझते हुए शिक्षण कार्य को पूरा कराने की हिदायत दी गई है। मिशन प्रेरणा का तीसरा चरण 12 अप्रैल से शुरू हो चुका है। सभी शिक्षक अभिभावकों व विद्यार्थियों से किस विषय पर वार्ता करेंगे। पाठ्य सामग्री को लेकर कार्य योजना क्या रहेगी, इसे डायरी में जरूर अंकित करें।
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