गोरखपुर: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की आगामी आठ मई से शुरू होने वाली परीक्षा में बेसिक शिक्षा विभाग के तहत संचालित प्राइमरी विद्यालयों के शिक्षक भी ड्यूटी करेंगे। परीक्षा में इस बार जिले के लगभग साढ़े चौदह हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगेगी, जिनके उपर नकलविहीन परीक्षा कराने का दारोमदार होगा। जिस केंद्र पर कक्ष निरीक्षकों की कमी होगी वहां किसी पर दो तो किसी पर तीन से चार शिक्षकों की डीआइओएस कार्यालय द्वारा ड्यूटी लगाई जा रही है।
जिले में 6500 कक्ष निरीक्षकों की होनी है तैनातीजनपद में 206 केंद्रों पर होने वाली हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में कराने के लिए 6500 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होनी है। माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की संख्या कम है। इसलिए बिना परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का सहयोग लिए परीक्षा कराना संभव नहीं होगा। जिले के राजकीय व अशासकीय विद्यालयों ने शिक्षकों की सूची सौंप दी है। जबकि वित्त विहीन विद्यालयों ने अभी तक शिक्षकों की सूची नहीं सौंपी है, उन्हें भी जल्द सूची उपलब्ध कराने का डीआइओएस कार्यालय द्वारा निर्देश दिया गया है।
तैयार हो रही कक्ष निरीक्षकों की सूचीप्रभारी डीआइओएस आरएन भारती का कहना है कि अधिकांश विद्यालयों ने शिक्षकों की सूची सौंप दी है। इसके आधार पर कक्ष निरीक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। परीक्षकों की संख्या कम न हो इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग से साढ़े चौदह सौ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है, जिससे शासन की मंशा के अनुरूप नकलविहीन परीक्षा संचालित हो सके। फिलहाल शासन ने कोरोना को देखते हुए परीक्षा अगले आदेश तक के लिए टाल दी है, लेकिन परीक्षा की तैयारी चलती रहेगी।