लखनऊ: सरकारी प्राइमरी स्कूलों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के लिए हो रही जियो टैगिंग को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। निश्चित समय सीमा में जियो टैगिंग पूरी न करने वाले बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार प्राइमरी व जूनियर स्कूलों समेत आगनबाडी में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प चला रही है। इसमें जो काम नहीं हुए हैं उनके लिए चालू वित्तीय वर्ष में योजना बनाई जानी चाहिए। वहीं स्कूलों के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा इसके तहत स्कूलों में पीने का पानी शौचालय ब्लैकबोर्ड टाइल्स हैंड वॉश यूनिट चारदीवारी फर्नीचर आज के 14 मानक तय है। इन मांगों पर स्कूलों का सर्वे कर रिपोर्ट सौंपने है और स्कूलों का सर्वे करते हुए जियो टैगिंग करनी है।
लेकिन अभी तक संत रविदास नगर बलिया हाथरस , जालौन, देवरिया इटावा महाराजगंज में ही शत-प्रतिशत सर्वे पूरा हो पाया। चंदौली अंबेडकर नगर ललितपुर हरदोई आगरा लखीमपुर खीरी श्रावस्ती उनावा मथुरा में 50 सीधी स ही कम सर्वे हो पाया है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरण आनंद ने कहा है कि यदि पूरी पारदर्शिता निष्पक्षता त्रुटि रहित जियो टैगिंग का काम 2 दिन में पूरा नहीं कराया गया तो जिला समन्वयक निर्माण, डीसी प्रशिक्षण और बीएसए के खिलाफ उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी।