लखनऊ: प्राइमरी स्कूलों में अब बच्चे नहीं उनके अभिभावक जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने कोविड-19 में बच्चों की बजाय उनकी रविवार को बुलाने का आदेश दिया है। हर दिन प्रत्येक कक्षा के 2 बच्चों के अभिभावकों स्कूल झुलाया जाएगा।
हर क्लास के शिक्षकों को उनकी कक्षा के 5 बच्चों से रोजाना फोन पर बात करनी होगी। अभिभावकों के स्कूल बुलाने के आदेश पर शिक्षकों में नाराजगी है इससे स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं किस संस्कृत होने का खतरा रहेगा।
मोहल्ला पाठशाला चलेगी:
विगत शैक्षिक वर्ष में बच्चों के पठन पाटन में निरंतरता के दृष्टिगत अधिकतर जनपदों में शिक्षकों द्वारा मोहल्ला पाठशाला का संचालन किया गया था। जिन का परिणाम काफी उत्साहवर्धक रहा । प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वेच्छा से शिक्षक मौला पाठशाला चला सकते हैं।
ये आदेश भी जारी किए
प्रत्येक कक्षा और विषय के लिए मासिक पंचांग के अनुसार शैक्षिक सामग्री साझा करनी होगी।
विभाग की ओर से प्रेषित कक्षा वार, विषय वार शैक्षिक सामग्री, कंटेंट व्हाट्सएप पर भेजनी होगी।
प्रत्येक शिक्षक प्रतिदिन अपनी कक्षा के न्यूनतम दो बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करेंगे।
अभ्यास कार्य की जांच करेंगे तथा बच्चों को गृह कार्य देंगे।
प्रत्येक दिन कक्षा अध्यापक अपनी कक्षा के न्यूनतम 5 बच्चे से दूरभाष पर वार्ता करेंगे। समस्याओं का निराकरण करेंगे। पाठो के बारे में समझाएंगे।