प्रयागराज : यूपी बोर्ड से संबद्ध 27 हजार माध्यमिक कालेजों में लगातार असमंजस बढ़ रहा है। केवल 10 वीं व 12वीं के परीक्षार्थी ही नहीं कक्षा 9 व 11 के छात्र-छाऋएं भी अधर में हैं। वजह नए शैक्षिक सत्र के हिसाब से आनलाइन पढ़ाई शुरू करा दी लेकिन, पाठ्यक्रम क्या रहेगा, तय नहीं है। हालांकि इस सत्र में भी 70 फीसद फठयक्रम की ही पढ़ाई के आसार हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) से संबद्ध माध्यमिक कालेजों में बीते शैक्षिक सत्र में पाठ्यक्रम घटाया गया था। कोरोना की वजह से जब महीनों कालेज नहीं खुले तो शासन ने कुल पाठ्यक्रम का 70 फीसद तय किया और उसी के अनुरूप आनलाइन व कक्षाओं में पढ़ाया गया। माना जा रहा था कि नए शैक्षिक सत्र मैं पाठ्यक्रम में बदलाव होगा लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर की क्जह से नए शैक्षिक सत्र में भी कालेजों को खोले जाने के हालात नहीं बन सके हैं। फले 19 मई तक कालेज बंद रखने के साथ ही आनलाइन पढ़ाई भी स्थगित रही, इससे यह उम्मीद थी कि पढ़ाई शुरू कराने से पूर्व पाठ्यक्रम पर भी निर्णय होगा। शासन ने फठ्यक्रम क़्य किए बिना ही आनलाइन पढ़ाई का आदेश जारी कर दिया। ऐसे में जैसे-तैसे पढ़ाई हो रही है। 10वीं व 12वीं के परीक्षार्थी त्रे आनलाइन पढ़ाई करने की भी स्थिति में नहीं है, क्योंकि उन्हें नहीं पता कि दोनों परीक्षाएं होंगी या नहीं। ज्ञत हो कि बोर्ड प्रशासन हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन््नत करने की तैयारी में जुटा है। इंटर की परीक्षा के संबंध में शासन निर्णय लेगा। इसी के साथ ही पाठ्यक्रम पर भी मुहर लगाई जाएगी। इस वर्ष भी 30 फीसद पाठ्यक्रम में कटौती होना लगभग तय है। यानी चालू शैक्षिक सत्र में कक्षा नो से 12 तक जो पाठ्यक्रम लागू है, उसे यथावत रख्क जा सकता है।
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