लखनऊ। यूपी बोर्ड की तर्ज पर चलते हुए काउंसिल फॉर द इंडियन सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन सीआईएससीई ने अपने 12 वीं कक्षा (आईएससी) के छात्र-छात्राओं के इसी साल हुए 12 वीं अद्धवार्षिक परीक्षा, प्री बोर्ड और 11 वीं के कक्षा के अद्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के अंक मांग लिए है। परिषद की ओर से सभी स्कूलों का अति गोपनीय पत्र भेजकर सात जून तक नम्बर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। इसमें सबसे खास बात ये है कि स्कूल प्रबंधन को छात्रों का विवरण अंकों में नहीं बल्कि प्रतिशत में देना है। इसके परिषद ने साफ तौर पर कहा कि कोरोना काल में जिस विद्यालय ने 12 वीं के छात्रों के जितने भी प्री-बोर्ड कराए हैं। उतने प्री बोर्ड, अद्धवार्षिक अंकों का जोड़कर उनका औसत दिए परिषद द्वारा दिए गए पैटर्न के आधार पर पोर्टल पर जमा करना है।आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि परिषद बच्चों को प्रमोट करने की तैयारी भी विकल्प के रूप में लेकर चल रहा है। कोरोना का प्रभाव अगर बढ़ता है और किसी वजह से 12 वीं की परीक्षा संचालित नहीं की जा सके तो 12 वीं के छात्राओं को 12 वीं प्री बोर्ड और 11 वीं मिले अंकों के आधार पर प्रमोट किया जा सके। हाईस्कूल के अंको का विवरण बोर्ड पहले पहले मंगा चुका है। लखनऊ जोन में परिषद के अन्तर्गत संचालित स्कूलों की संख्या 92 है और 12 वीं में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या लगभग 20 हजार है।
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