प्रतापगढ़: कोरोना और पंचायत चुनाव के दौरान दिवंगत वे शिक्षकों के परिवार को भले अब तक उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई सहायता न पहुंचाई हो। लेकिन उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन कार्य विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा बनाई गई टीचर सेल्फ की एक टीम ने प्रतापगढ़ में कार्यरत शिक्षक स्वर्गीय प्रदीप कुमार त्रिपाठी के परिवार को बेसिक शिक्षा के इतिहास में पहली बार रिकॉर्ड 22 लाख ₹12000 की मदद मात्र 6 दिनों में पहुंचा कर सरकार को आईना दिखाने का काम किया है। टीम के इस कदम की प्रशंसा शिक्षक से लेकर अधिकारी तक कर रहे हैं।
बताते चलें कि जनपद प्रयागराज के शिक्षक विवेकानंद, सुधेश पांडे और उनके साथियों द्वारा पिछले वर्ष जुलाई माह में सरकार द्वारा शिक्षकों को किसी प्रकार की सुविधा ना किए जाने के कारण टीचर सेल्फ किया टीम की स्थापना की। टीम अपने जुड़े हुए सदस्यों के दिवंगत हो जाने के बाद सीधे उनके परिवार की खातिर में अन्य शिक्षकों द्वारा मात्र 100- ₹100 की सहयोग राशि भिजवाती है। इस प्रकार टीम ने अब तक 12 शिक्षकों को लगभग ₹1 करोड़ 87 लाख की मदद पहुंचा चुकी है। संस्थापक विवेकानंद का कहना है कि यह बेसिक शिक्षा के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि किसी दिवंगत शिक्षक के परिवार को न्यूनतम समय में रिकॉर्ड 22 लाख रुपए तक की मदद की जा रही है। यह संस्थापक सुधेश पांडे का कहना है । की शिक्षकों के द्वारा सीधे पीड़ित परिवार के खाते में सहयोग भेजा जाता है जिससे त्वरित सहायता प्रदान की जा रही है। जिला संयोजक राजेश मौर्य का कहना है कि जनपद प्रतापगढ़ के अतिरिक्त अभी और दिवंगत शिक्षकों का सहयोग टीम करेगी। दिवंगत शिक्षक स्वर्गीय प्रदीप कुमार त्रिपाठी, मगरौरा ब्लाक की प्राथमिक विद्यालय मदाफरपुर में तैनात थे। चुनाव प्रशिक्षण के बाद कोरोना हो जाने के कारण उनकी मृत्यु विगत 20 अप्रैल को हो गई थी। दिवंगत शिक्षक प्रदीप कुमार त्रिपाठी प्रतापगढ़ के बलीपुर के रहने वाले थे। उनकी पत्नी मिथिलेश त्रिपाठी और पुत्र शिवम ने टीचर क्रिकेट टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
टीचर सेल्फ केयर टीम संस्थापक विवेकानंद, सह संरक्षक सुधेश पांडे,, महेंद्र वर्मा, राजीव रजक, प्रदेश कोर टीम की अवनीश यादव, राजेश पांडे विवेक मिश्रा फारुख हसन विपुल मिश्रा, बबीता वर्मा अंकिता शुक्ला, अभिषेक पटेल के साथ प्रतापगढ़ में संयोजक गिरजा शंकर मिश्रा, राहुल पांडे आज के नेतृत्व में कार्य कर रही है।