लखनऊ: प्रदेश में बेसिक शिक्षा अधिकारियों व खण्ड शिक्षा अधिकारियों के तबादले इस वर्ष मेरिट के आधार पर होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है ताकि राज्य सरकार की तबादला नीति जारी होते ही स्थानांतरण किया जा सके। इस नई व्यवस्था से प्रदेश में 17 जिलों को बीएसए मिलेंगे। पिछले वर्ष तबादलों पर राज्य सरकार ने रोक लगा दी थी।वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों में मेरिट के आधार पर तबादले करने के निर्देश दिए थे। हालांकि बेसिक शिक्षा विभाग पहले ही शिक्षकों के तबादले मेरिट के आधार पर कर रहा है। अब इसे बीईओ व बीएसए के तबादलों व तैनाती पर लागू किया जाएगा। मेरिट में टॉप में रहने वाले अधिकारियों से रिक्त जिलों में से उनकी रुचि वाले जिलों का विकल्प भी लिया जाएगा।
दो वर्ष के एसीआर का होगा परीक्षण
तबादले से पहले दो वर्षों का एसीआर(वार्षिक गोपनीय आख्या) देखा जाएगा। नई व्यवस्था में एसीआर के मानक तय हैं। इसे कार्पोरेट की तर्ज पर किया गया है यानी पहले अधिकारी खुद को इसके आधार पर नंबर देते हैं और फिर उनके अधिकारी इस पर नंबर देते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर कहा है कि जल्द ही सभी अधिकारी वार्षिक मूल्यांकन के लिए अपना डाटा व पोस्टिंग की सूचना अपडेट करके लॉक करें।
बीएसए के तबादलों पर उठते रहे हैं सवाल
बीएसए के तबादलों पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। वहीं बीएसए कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार का जिक्र मुख्यमंत्री तक मंच से कर चुके हैं। यही कारण है कि सत्ता के गलियारों में पहुंच रखने वाले अधिकारियों को मनचाही तैनाती मिलती है, कई बार अच्छे अधिकारी लम्बे समय तक प्रतीक्षारत रहते हैं। इन पर विवाद भी होते हैं और तबादलों का रातोरात निरस्त हो जाना भी इस विभाग में खूब होता है। 2019 में ही 15 अधिकारियों के तबादले पर विवाद होने पर सूची को सरकार को स्थगित करना पड़ा।
मानकों को बदला जाता है हर वर्ष
इस वर्ष के मानक अभी तय किए जा रहे हैं। पिछले दो वर्षों में ऑपरेशन कायाकल्प की प्रगति, शिक्षकों के ऑनलाइन आवेदन पत्रों का निस्तारण, जूता-मोजा स्वेटर वितरण, प्रेरणा तालिका, जिले की शैक्षिक स्थिति समेत 20 मानक तय किए गए हैं। इसमें 100 नंबरों पर आकलन होगा और 90 से ज्यादा नंबर पाने वाले उत्कृष्ट होंगे। इसी तरह 71 से 90 नंबर पाने वाले अतिउत्तम, 61 से 70 अंक वाले उत्तम माने जाएंगे। तबादलों में इन्हीं को मौका दिया जाएगा।
इन विभागों में हुए हैं तबादले
-ग्राम विकास विभाग ने की थी शुरुआत
-सिंचाई विभाग ने भी किए हैं इंजीनियरों के तबादले