प्रयागराज: प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पिछले दिनों कोविड के कारण स्थगित की गईं परीक्षाओं की नई तारीखें जल्द ही घोषित करेगा। इसके लिए संशोधित कैलेंडर तैयार किया जा रहा है। कोविड संक्रमण तेजी से फैलने के कारण आयोग ने जून तक प्रस्तावित सभी परीक्षाएं स्थगित कर दीं थीं। स्थागित परीक्षाओं की नई तरीखें जारी होने से जुलाई से दिसंबर तक की पूर्व निर्धारित कुछ परीक्षाओं की तिथियों पर भी असर पड़ेगा।कोविड के मद्देनजर आयोग ने अप्रैल, मई और जून में प्रस्तावित सभी परीक्षाएं स्थगित कर दीं थीं। इनमें 17 अप्रैल को प्रस्तावित प्रवक्ता, राजकीय डिग्री कॉलेज (स्क्रीनिंग) परीक्षा, 23 मई को प्रस्तावित प्रधानाचार्य श्रेणी-2/उप प्रधानाचार्य/सहायक निदेशक (स्क्रीनिंग) परीक्षा, 30 मई को प्रस्तावित सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (स्क्रीनिंग) परीक्षा,, 13 जून को प्रस्तावित पीसीएस-2021 एवं एसीएफ/आरएफओ-2021 की प्रारंभिक परीक्षा और 20 जून को प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कॉलेज (प्रारंभिक) परीक्षा शामिल थी।
इन परीक्षाओं के लिए लाखों अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरे हैं और उन्हें अब परीक्षा की अगली तारीख का इंतजार है।यूपीपीएससी ने कुछ दिनों पहले ही आरओ/एआरओ-2016 के चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेख सत्यापन का कार्यक्रम जारी किया है, जो पहले 22 से 25 अप्रैल तक प्रस्तावित था लेकिन कोविड के कारण स्थगित कर दिया गया था और अब संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अभिलखों का सत्यापन 28 से 30 जून तक होगा। स्थिति सामान्य होने के बाद आयोग ने अभिलेख सत्यापन का संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया और अब स्थगित हुईं परीक्षाओं की नई तिथियां जारी करने की तैयारी है। एक सप्ताह में संशोधित कैलेंडर जारी किया जा सकता है।
हालांकि, संशोधित कैलेंडर जारी होने पर जुलाई से दिसंबर तक पूर्व निर्धारित परीक्षाओं की तिथि भी प्रभावित होंगी। खासतौर पर पीसीएस-2021 और एसीएफ/आरएफओ-2021 की की मुख्य परीक्षा, जो क्रमश: तीन अक्तूबर एवं 22 अक्तूबर से प्रस्तावित है। प्रारंभिक परीक्षा अब देर से होगी, सो मुख्य परीक्षाओं की तारीखें आगे बढ़ानी होंगी। इसी तरह 13 नंवबर से प्रस्तावित सम्मिलित राज्य कृषि सेवा मुख्य परीक्षा और चार दिसंबर को प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज मुख्य परीक्षा की तारीखें में भी आयोग को आगे बढ़ानी होंगी, क्योंकि कोविड के कारण इनकी प्रारंभिक परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गईं थीं।