प्रयागराज:राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता के पदों पर अब सीधी भर्ती नहीं होगी। प्रवक्ता के पदों पर चयन के लिए अभ्यर्थियों को प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा देनी होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने शुक्रवार को चार विषयों में प्रवक्ता के 124 पदों पर भर्ती के लिए अपनी वेबसाइट पर विस्तृत विज्ञापन जारी कर दिया, जिसमें प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी गई है। इसी के साथ प्रवक्ता के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।प्रवक्ता पद भर्ती के लिए पहली बार लिखित परीक्षा आयोजित होने जा रही है। इससे पहले सीधे इंटरव्यू के माध्यम से भर्ती होती थी, लेकिन शासन की ओर से अराजपत्रित पदों पर भर्ती के लिए इंटरव्यू समापन नियमावली लागू किए जाने के बाद अब प्रवक्ता पद पर भर्ती के लिए प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा होगी। मुख्य परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित घोषित किया जाएगा।शुक्रवार से आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। ऑनलाइन परीक्षा शुल्क बैंक में जमा करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई और ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाने की अंतिम तिथि 19 जुलाई निर्धारित की गई है। आयोग ने जिन चार विषयों में प्रवक्ता के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है, उनमें सर्वाधिक 35 पद गणित विषय में है। वहीं, जीव विज्ञान में 33, भौतिक विज्ञान में 30 और रसायन विज्ञान में प्रवक्ता के 26 पदों पर भर्ती होगी। कुल 124 पदों में 50 पद अनारक्षित, 12 पद ईडब्ल्यूएस, 34 पद अन्य पिछड़ा वर्ग, 26 पद अनुसूचित जाति और दो पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम
प्रारंभिक परीक्षा-
प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन/वैकल्पिक विषय का एक प्रश्रपत्र होगा जो वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पी प्रकार का होगा। कुल 300 अंकों के 120 प्रश्र पूछे जाएंगे, जिनमें वैकल्पिक विषय के 80 और सामान्य अध्ययन के 40 प्रश्र शामिल होंगे। परीक्षा अवधि दो घंटे की होगी। सामान्य अध्ययन में सामान्य विज्ञान, भारत का इतिहास, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भारतीय राजतंत्र, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति, भारतीय कृषि, वाणिज्य एवं व्यापार, विश्व भूगोल और भारत का भूगोल एवं प्राकृतिक संसाधन, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्वपूर्ण घटनाक्रम, सामान्य बौद्धिक एवं तार्किक क्षमता, उत्तर प्रदेश की शिक्षा संस्कृति, कृषि, उद्योग व्यापार एवं रहन-सहन और सामाजिक प्रथाओं के बारे में विशिष्ट जानकारी, आठवीं स्तर तक की प्रारंभिक गणित, परिस्थितिकी एवं पर्यावरण शामिल होगा। वहीं, वैकल्पिक विषयों का पाठ्यक्रम मुख्य परीक्षा की भांति होगा।
मुख्य परीक्षा –
सामान्य हिंदी एवं निबंध का 100 पूर्णांक का पेपर दो घंटे और वैकल्पिक विषय का 300 पूर्णांक का पेपर तीन घंटे का होगा। दोनों पेपर परंपरागत प्रकार के होंगे। प्रथम प्रश्रपत्र के पहले खंड में सामान्य हिंदी के लिए 50 अंक निर्धारित होंगे। द्वितीय खंड में 50 अंकों का निबंध पूछा जाएगा। इसके अंतर्गत एक खंड होगा और इस खंड से अधिकतम एक हजार शब्द सीमा का निबंध लिखना होगा। वहीं, वैकल्पिक विषय के दूसरे प्रश्रपत्र में 20 सवाल होंगे। सभी प्रश्र अनिवार्य होंगे। सभी प्रश्र खंडों में विभाजित रहेंगे। खंड ‘अ’ के तहत प्रश्रपत्र में पांच सवाल सामान्य उत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 250) होंगे और प्रत्येक प्रश्र 25 अंकों का होगा। खंड ‘ब’ के तहत पांच प्रश्र लघु उत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 150) होंगे और प्रत्येक प्रश्र 15 अंकों का होगा। खंड ‘स’ में 10 प्रश्र अतिलघुउत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 50) होंगे और प्रत्येक प्रश्र 10 अंकों का होगा।