लखनऊ : कोरोना संक्रमण को काबू करने और भविष्य की चुनौतियों से निपटने की तैयारियों के साथ ही सरकार अन्य गतिविधियों पर भी सतत नजर बनाए है। इसी क्रम में कोरोना से प्रभावित हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों की पढ़ाई को लेकर अहम फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि इस बार इन कक्षाओं का रिजल्ट बिना मेरिट के जारी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने रविवार को अपने सरकारी आवास से वचरुअल माध्यम से कोविड प्रबंधन की बैठक की। उन्होंने ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति को जारी रखने के निर्देश के साथ कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का परीक्षाफल तैयार करने के संबंध में गाइडलाइंस जल्द तय कर परीक्षा परिणाम तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं, इसलिए परीक्षाफल की मेरिट सूची न तैयार की जाए। इसके अलावा प्राविधिक शिक्षा विभाग आनलाइन परीक्षा कराए। साथ ही उच्च शिक्षा विभाग को भी विद्यार्थियों को प्रोन्नत करने का निर्णय जल्द लेने का निर्देश दिया।
संक्रमण से निपटने की व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान योगी को अधिकारियों ने बताया कि निगरानी समितियों द्वारा स्क्रीनिंग के साथ ही लक्षणयुक्त और संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराने का काम चल रहा है। निगरानी समितियों के पास पर्याप्त संख्या में मेडिसिन किट उपलब्ध हैं। बच्चों में वायरल बुखार आदि के इलाज के लिए मेडिसिन किट तैयार कराई जा रही हैं, जिसका वितरण 15 जून से कराया जाएगा। इसी तरह ब्लैक फंगस के मरीजों को भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई दवाओं के अलावा विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार वैकल्पिक दवा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
’>>कहा-कोविड काल में बोर्ड परीक्षाएं रद हुईं, इसलिए नहीं बनाई जाए मेरिट सूची
’>>योगी ने उच्च शिक्षा विभाग को भी प्रोन्नति पर फैसला जल्द लेने को कहा
’>>प्राविधिक शिक्षा विभाग को आनलाइन परीक्षा कराने का दिया निर्देश