लखनऊ। कोरोना कर्फ्यू में ढील के साथ ही एक बार फिर 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण में गड़बड़ी व त्रुटि सुधार वाले अभ्यर्थियों ने मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय पर इन दोनों ही मामलों को लेकर अभ्यर्थियों ने धरना-प्रदर्शन किया।
में हुए घोटाले का आरोप लगा रहे अभ्यर्थियों ने निदेशालय मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। शिक्षा मंत्री और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, त्रुटि सुधार का एक मौका दिए जाने की मांग करने वाले अभ्यर्थियों ने भी हाथों में अपनी मांग से जुड़ी तख्ती लेकर निदेशालय पर प्रदर्शन किया।धरने पर डटे अभ्यर्थियों का आरोप है कि शिक्षक भर्ती में आरक्षण के साथ घोटाला हुआ है। इस आंदोलन को नेतृत्व दे रहे अमरेन्द्र बताते हैं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी अपनी रिपोर्ट में माना गया है कि करीब सात हजार आरक्षित सीटों के साथ अनियमित्ता हुई है। ने राज्य सरकार से जवाब मांगा था। सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। तीसरी काउंसलिंग की तैयारी हो रही है।
आरक्षण वर्ग के अभ्यर्थियों में आक्रोश व्याप्त है। जल्द इस मामले का निस्तारण नहीं किया गया तो विधानसभा का घेराव होगा। 69 हजार शिक्षक भर्ती मे संशोधन का एक भी मौका न मिलने के कारण नियुक्ति पत्र से वंचित अभ्यार्थियों ने भी निदेशालय पर प्रदर्शन कर गुहार लगाई। इन अभ्यार्थियों का कहना की भर्ती प्रक्रिया में बेसिक शिक्षा निमावाली में परिषद द्वारा 22 वीं निमावली को लागू नहीं किया गया। जबकि कुछ जिलों में त्रुटि सुधार वाले अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। वो काम भी कर रहे हैं।