उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा कराने पर फैसला कोरोना की स्थिति का आकलन करने और मुख्यमंत्री से विचार विमर्श करने के बाद लिया जाएगा। 12वीं की परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह में प्रस्तावित है। हालांकि अभी टाइम टेबल जारी नहीं हुआ है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विद्यार्थियों के हित में सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए अधिकांश जिलों में कोरोना कर्फ्यू खोल दिया गया है। स्थिति के आकलन के बाद अगले कुछ दिनों में इंटरमीडिएट की परीक्षा कराने पर निर्णय लिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। इसके बाद यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के भी रद्द किए जाने को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं जिस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति की समीक्षा करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
हालांकि, सीबीएसई की परीक्षा को लेकर छात्रों में असमंजस की स्थिति है। उनका कहना है कि हमें किस प्रकार पास किया जाएगा, किसको क्या ग्रेड दी जाएगी, इसको लेकर वह चिंतित हैं। सीबीएसई इसका मूल्यांकन कैसे करेगा, इसका उन्हें इंतजार है। वहीं मेधावी छात्रों का कहना है कि ज्यादा मेहनत करने वालों और कम मेहनत करने वाले छात्रों को एक जैसे ग्रेड या मार्क्स नहीं दिए जा सकते। अगर ऐसा हुआ तो फिर हमारी कड़ी मेहनत का क्या फायदा।