नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कोरोना कि चलती पिछड़े डेढ़ साल से बल शिक्षण संस्थानों को खोलने से पहले अभिभावकों को तैयार करना शुरू कर दिया है। इसमें में बच्चों को दोबारा स्कूल, दोस्तों और कक्षाओं में पढ़ाई से जुड़ने से मदद करेंगे। अभिभावकों को समझने के लिए बकायदा शिक्षा व बाल विशेषज्ञों की मदद से स्कूल बंद होने और उनके बाद घर आधारित शिक्षण में माता-पिता की भागीदारी सुनिश्चित करते दिशा निर्देश बनाए गए हैं। यह नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षा के विभिन्न चरणों के अनुरूप है।
इसमें उपयुक्त कला गतिविधियों को 5+3+3+4 प्रणाली के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। मसलन बुनियादी चरण (उम्र 3 से 8 वर्ष) , प्राथमिक चरण ( उम्र 8 से 10 वर्ष) , माध्यमिक चरण ( उम्र 11 से 14 वर्ष) और द्वितीयक चरण किशोरावस्था से वयस्क आयु तक ( उम्र 14 से 18 ) चिन्हित है।