प्रयागराज: सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों के पहली बार पारदर्शी तरीके से हो रहे ऑनलाइन तबादले में प्रबंधक दीवार बनकर खड़े हो गए हैं। 1056 रिक्त पदों (132 प्रधानाचार्य, 155 प्रवक्ता और 769 सहायक अध्यापक) के सापेक्ष 16 जुलाई तक आवेदन लिए गए थे।कुल 7226 शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 2254 ने ही आवेदन जमा किया। इनमें से 50 प्रतिशत आवेदन भी जमा नहीं किए गए। प्रबंधकों ने फॉर्म फॉरवर्ड करने की बजाय शिक्षकों का उत्पीड़न करना शुरू कर दिया है।माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी का कहना है कि सरकार को देखना चाहिए कि आजादी के 75 साल बाद भी प्रदेश के कतिपय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सामंतवाद चल रहा है। सरकार इस स्थिति को गंभीरता से ले। वरना अपनी मेधा से चयनित अध्यापकों का मुक्ति संग्राम शुरू होगा।
फॉर्म अग्रसारित करने की तिथि बढ़ाने की मांग
माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने बुधवार को वर्चुअल बैठक में तबादले के आवेदन पत्र अग्रसारित करने की तिथि बढ़ाने की मांग की है। अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेश संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव ने कहा कि 20 जुलाई अंतिम तिथि थी। अभी तक हजारों लोगों के फॉर्म प्रबंधकों ने अग्रसारित नहीं किए हैं। इसलिए अग्रसारण का मौका दिया जाए। बैठक में संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा, श्रवण कुशवाहा, राजीव यादव, ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, सुरेश पासी, कविता सिंह, शोभा मिश्रा, प्रमोद पटेल, शशिकला, आरती तिवारी, जयप्रकाश मौर्य, सुरेंद्र प्रताप आदि रहे।