बाराबंकी: निवेदन यह है कि 68500 सहायक अध्यापक भर्ती का आयोजन वर्ष 2018 में किया गया था, सर्वप्रथम विज्ञापन में 40 45% पासिंग मार्क रखा गया था। परीक्षा के पैटर्न में कठिनाई के स्तर को देखते हुए शिक्षामित्रों का एक डेलिगेशन अभय कुमार सिंह के नेतृत्व में अपर मुख्य सचिव श्री राज प्रताप सिंह के साथ में माननीय मुख्यमंत्री जी से मिला था, समस्त प्रकरणों पर गहन विचार विमर्श के बाद माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा 3033 पासिंग मार्क पर परीक्षा के पहले संशोधित विज्ञापन 21/05/2018 को जारी किया गया सभी अभ्यर्थी द्वारा 30 33% पासिंग मार्क को ध्यान में रखते हुए 27/05/2018 को परीक्षा दिया गया उसके बाद आंसर की जारी किया गया।
उसके बाद आंसर की जारी किया गया। उनमें से कुछ अभ्यर्थियों द्वारा आंसर की मिलान कर के बाद जब उन लोगों ने देखा कि वह 40-45 पासिंग मार्क पर उत्तीर्ण हो रहे हैं तो। 21/05/2018 के विज्ञापन को कोर्ट में चैलेंज कर दिया, कोर्ट के अंतरिम आदेश पर शासन ने तिरालिस हजार के लगभग पदों पर भर्ती कर दी, जिसमें से 26000 पद अभी भी रिक्त हैं।
शासन के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण व सरकार का पक्ष सही ढंग से न रख पाने के कारण 30-33 पर उत्तीर्ण बीटीसी, शिक्षामित्र अभिव्यक्ति अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है और लगभग 22000 अभ्यर्थी अभी भी नौकरी पाने से वंचित हैं। , 26000 पद अभी भी 68500 में रिक्त है जैसा कि विभिन्न याचिकाओं के परिपेक्ष में अभी भी मामला डबल बेंच हाई कोर्ट में लंबित है।मुख्य वादी का कोई हित भी प्रभावित नहीं हो रहा है । ‘ सरकार के द्वारा जारी किए गए शासनादेश 21/05/2018 के अनुसार 30 33% पासिंग मार्क पर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से रिक्त 26000 पदों को भरा जाएगा महाधिवक्ता महोदय के द्वारा पदों के सापेक्ष मेरिट को घटा ते हुए रिक्त पदों को भरने से संबंधित काउंटर एफिडेविट लगाया जाए पक्ष द्वारा स्वयं अभ्यर्थियों के हित में पैरवी किया जाए समस्त बीटीसी, शिक्षामित्र अभ्यर्थी सरकार व शासन प्रशासन का आजीवन आभारी रहेगा।