वाराणसी: परिषदीय स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यालयों की ड्रेस का पैसा इस बार लखनऊ से सीधा अभिभावक के खाते में भेजा जाना था। प्रत्येक विद्यार्थियों को दूर कर इसके लिए ₹600 मिलने थे जिले भर के इन विद्यार्थियों की संख्या 196000 है इसके ड्रेस पर ₹110000000 खर्च होंगे।
खाते में पैसे भेजने के लिए शिक्षकों को प्रेरणा पोर्टल के डीबीटी मॉड्यूल पर बच्चों की डिटेल सत्यापित बीईओ को भेजनी है। बीएसए द्वारा सत्यापन के बाद डिटेल लखनऊ भेजी जाएगी इसके बाद खाते में पैसे ट्रांसफर होंगे डिटेल जुटाने करने के लिए 15 जुलाई तक समय निर्धारित किया गया था पोर्टल में गड़बड़ी के चलते 10 % डाटा फीडिंग का कार्य पूरा हो। गड़बड़ियों की शिकायत की बात 19 जुलाई तक फीडिंग पर रोक लगा दी गई थी>। हालांकि 19 के बाद से पोर्टल पर काम पूरी तरह से ठप। ऐसे में सितंबर में स्कूल खुलने पर बच्चों को बिना यूनिफार्म स्कूल जाना पड़ेगा।
डीबीटी के तहत 30 जुलाई तक अभिभावक के खाते में पैसे भी हस्तांतरित होने थे मगर अगस्त के 1 सप्ताह बीत चुके हैं लेकिन पैसे नहीं आए वही सहायता प्राप्त जूनियर विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को 2 साल से यूनिफार्म नहीं मिला है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का कहना है कि फिलहाल 2000 बच्चों का ही डाटा फीड हो सका है कल से भी शुरुआत होती है तो बच्चे बच्चों का डाटा फिट करने में करीब 45 दिन यानी अक्टूबर तक का समय लग सकता है।