जिले के 42 में से 16 संस्कृत विद्यालयों में एक भी शिक्षक नहीं हैं। शासन के निर्देश पर इन स्कूलों में संविदा शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन 23 अगस्त तक प्रकाशित होगा। 15 सितंबर तक आवेदन लिए जाएंगे। प्रथम एवं पूर्व मध्यमा स्तर तक 12 हजार रुपये और उत्तर मध्यमा स्तर के संविदा शिक्षकों को 15 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। प्रयागराज में 42 स्कूलों में से 33 में प्रधानाचार्य व सहायक अध्यापक के कुल 128 पद रिक्त हैं।
जिन स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है उनमें श्रीकमलाकर संस्कृत पाठशाला शंकरगढ़, श्रीनारायणदास संस्कृत महाविद्यालय लेडि़यारी, विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय कोरांव, श्री महर्षि पाणिनी संस्कृत विद्यालय बड़ोखर, श्री आनंद बोधराम संस्कृत महाविद्यालय तिवारीपुर, श्री सुबोधनी संस्कृत पाठशाला मांडा, श्री बज्रांग संस्कृत विद्यालय देवली फूलपुर, श्री तीर्थराज सन्यासी विद्यालय झूंसी शामिल है।
श्री शिवशर्मा संस्कृत महाविद्यालय, त्रिवेणी संस्कृत महाविद्यालय व श्री भागवतदेशिक संस्कृत विद्यालय दारागंज, श्री महन्त विचारानंद संस्कृत महाविद्यालय बाघम्बरी गद्दी, श्री किशोरीलाल वेणीमाधव संस्कृत महाविद्यालय न्यू बैरहना, श्री रामसुमेर तिवारी संस्कृत विद्यालय नारीबारी, श्री श्यामलाल शुक्ल संस्कृत विद्यालय व श्री शेषमणि संस्कृत विद्यालय कोरांव भी शिक्षकविहीन है।
पूरे प्रदेश में है यही स्थिति
पूरे प्रदेश में संस्कृत विद्यालयों की स्थिति दयनीय है। मार्च 2021 में सेवानिवृत्ति के बाद प्रदेशभर के 125 से अधिक ऐसे स्कूल हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है। यूपी में 567 माध्यमिक संस्कृत विद्यालय हैं। कई स्कूल ऐसे हैं जो चपरासी और क्लर्क के भरोसे चल रहे हैं।