नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते देश के अधिकतर राज्यों में पिछले कई महीनों से स्कूल और कॉलेज बंद चल रहे थे। धीरे-धीरे कर राज्य स्तर पर स्कूल खोले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कोरोना महामारी के चलते बच्चों की पढ़ाई पर भी खासा असर पड़ा है। कोरोना के चलते सभी बच्चों की आनलाइन कक्षाएं चल रहीं थीं। अब कोरोना के मामलों में कमी देखते हुए राज्य सरकारों ने अपने स्तर पर स्कूल खोले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक सितंबर से यूपी, दिल्ली और मध्य प्रदेश समेत कई और राज्यों ने स्कूलों में नई कक्षाएं शुरू किए जाने का आदेश जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में 1 सितंबर से कक्षा-1 से कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए खुलेंगे स्कूल
उत्तर प्रदेश में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल 16 अगस्त को ही खोल दिए गए थे। 24 अगस्त से कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के स्कूल खोले जाने के निर्देश दे दिए गए थे। वहीं, अब उत्तर प्रदेश में एक सितंबर से अब कक्षा-1 से कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले जाने का आदेश है।
दिल्ली में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए खोले जाएंगे स्कूल
देश की राजधानी दिल्ली में एक सितंबर से स्कूल-कालेज और कोचिंग संस्थान खुल जाएंगे, सभी स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। हालांकि, पहले चरण में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए ही स्कूल खोले जाएंगे। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आठ सितंबर से छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए भी स्कूल खोले जा सकते हैं। स्कूल खोले जाने की जानकारी देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अभिभावकों की मंजूरी के बिना बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। स्कूलों में शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन होगा और इसके लिए एसओपी जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की मंजूरी के बिना बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। स्कूलों में शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन होगा और इसके लिए एसओपी जारी की जाएगी।
एमपी में एक सितंबर से खुलेंगे माध्यमिक विद्यालय
मध्य प्रदेश में एक सितंबर से माध्यमिक विद्यालय भी खुलेंगे। इनमें विद्यार्थियों की उपस्थिति पचास फीसद ही रखी जाएगी। बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी। सबको कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। यह निर्णय शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। सीएम शिवराज चौहान ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अभी तक 9वीं से 12वीं तक के स्कूल सप्ताह में दो दिन चल रहे थे जो अब सभी कार्य दिवसों में चलेंगे। सीएम ने कहा कि कक्षा 1 से 5 तक स्कूलों को खोलने के बारे में एक सप्ताह बाद फैसला लिया जाएगा।
कर्नाटक में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के लिए स्कूल खोले जाने पर जल्द होगा निर्णय
कर्नाटक में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल लगभग 18 महीने के अंतराल के बाद चल रहे कोरोना महामारी के बीच फिर से खुल गए हैं। कर्नाटक सरकार अब स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं फिर से शुरू करने की योजना बना रही है। जबकि इस मोर्चे पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कुछ दिन पहले घोषणा की थी कि वह कक्षा 1 से कक्षा 8 के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के बारे में निर्णय लेने के लिए महीने के अंत तक विशेषज्ञों से मिलेंगे।
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने संवाददाताओं से कहा कि अंतिम निर्णय पर पहुंचने के लिए 30 अगस्त को सीएम बोम्मई के नेतृत्व वाली टास्क फोर्स के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि नौवीं से दूसरे प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स की कक्षाएं 23 अगस्त से शुरू हो चुकी हैं। हमें शिक्षकों, अभिभावकों और शिक्षा विशेषज्ञों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। नफा-नुकसान के आधार पर पहली से आठवीं कक्षा तक की कक्षाएं फिर से शुरू करने पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
तमिलनाडु में रोटेशन के आधार पर खोले जाएंगे स्कूल और कोचिंग सेंटर
तमिलनाडु सरकार ने शनिवार को राज्य भर में सोमवार यानी 23 अगस्त से कोरोना प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणा की है। हालांकि, राज्य सरकार ने लॉकडाउन को 6 सितंबर तक बढ़ा दिया है। इस दौरान सभी कॉलेजों को 1 सितंबर से रोटेशन के आधार पर टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के साथ काम करने की अनुमति दी गई है।
स्कूल खुलने की कहां क्या है स्थिति
राज्य- कक्षा- आरंभ दिनांक
कर्नाटक- नौवीं से बारहवीं- 23 अगस्त
राजस्थान- नौवीं से बारहवीं – एक सिंतबर
तमिलनाडु- नौवीं से बारहवीं- एक सितंबर
ओडिशा- नौवीं से बारहवीं- 16 अगस्त
हिमाचल प्रदेश- दसवीं से बारहवीं- दो अगस्त
उत्तराखंड- नौवीं से बारहवीं- दो अगस्त
महाराष्ट्र- आठवीं से बारहवीं- 15 जुलाई
गुजरात- नौवीं से बारहवीं- 26 जुलाई