लखनऊ :उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कहा कि बेसिक शिक्षा में विद्यार्थियों की स्कूलों में उपस्थिति को अनिवार्य नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं के लिए भी उपस्थिति को अनिवार्य नहीं किया है। वह विधान परिषद में स्कूल खोलने को लेकर सरकारी की तैयारियों से जुड़े प्रश्नों को जवाब दे रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर हालात थोड़े भी खराब होंगे तो स्कूलों को बंद भी किया जा सकता है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में छठी कक्षा से 8वीं कक्षा तक के स्कूल 23 अगस्त से खुलने जा रहे हैं। 1 सितम्बर से पहली से पांचवीं तक के स्कूल खोलने का निर्देश भी जारी हो चुका है। 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के स्कूल 16 अगस्त से खुल चुके हैं। परिषद में प्रश्नकाल के दौरान शिक्षक दल के सदस्य ध्रुव कुमार त्रिपाठी द्वारा पूछे गए सवाल पर नेता सदन उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा “अभिभावकों और शिक्षकों तथा राजनीतिक संगठनों द्वारा भी कहा गया है कि चाहे कम समय के लिए ही सही, लेकिन ऑफलाइन शिक्षण कार्य कराया जाए। उत्तर प्रदेश में अभी जो वातावरण है,
इसमें हम सुरक्षा की तरफ बढ़ चुके हैं लेकिन अगर चिंता के संकेत मिले तो हम स्कूल को बंद भी कर सकते हैं।”ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से सवाल पूछा था कि क्या अभी तक टीका नहीं लगवाने वाले शिक्षकों और 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण की कोई व्यवस्था की गई है या नहीं। मंत्री ने कहा कि 18 साल से कम आयु के लोगों के लिए अभी टीका बना ही नहीं है और आशा है कि सितंबर में यह टीका आ जाएगा।