लखनऊ: आउट ऑफ स्कूल बच्चों का स्कूलों में नामांकन 10 सितम्बर से 15 अक्टूबर व दूसरे चरण में 15 से 31 नवम्बर तक किया जाएगा। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा अनामिका सिंह ने आदेश जारी कर दिया है। इन बच्चों का मूल्यांकन पहले चरण में 16 से 31 अक्टूबर और दूसरे चरण में एक से 12 दिसम्बर तक किया जाएगा। इस वर्ष प्रदेश में 6.47 लाख आउट ऑफ स्कूल बच्चों को स्कूल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
आउट ऑफ स्कूल में 5 से 14 वर्ष के बच्चों का चिह्नांकन किया जाएगा। दूसरे चरण में ईंट भट्टे, खदान में काम करने वालों या पलायन करके गांव आने वालों के बच्चे शामिल होंगे। वहीं आंगनबाड़ी आने वाले वे बच्चे जिनकी आयु एक जुलाई 2021 को पांच वर्ष हो गई हो उनका अनिवार्य रूप से प्राइमरी स्कूल की कक्षा एक में नामांकन करवाया जाएगा।
आउट ऑफ स्कूल में वे बच्चे आएंगे जिनका स्कूलों में कभी नामांकन न हुआ हो या फिर पहले नामांकन हुआ हो लेकिन बिना शिक्षा पूरी किए स्कूल छोड़ दिया हो। ऐसे बच्चों का विवरण हाउस होल्ड सर्वे से जुटाया जाएगा। इनका स्कूलों में नामांकन कर मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन के लिए शारदा पोर्टल पर उपलब्ध बेसलाइन असेसमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद परिणामों को पोर्टल पर अंकित किया जाएगा। मूल्यांकन के परिणाम के आधार पर नोडल अध्यापक इन बच्चों के लिए शिक्षण की कार्ययोजना तैयार करेंगे और विशेष प्रशिक्षण के तहत आयुसंगत कक्षा में प्रवेश दिलाने के लिए तैयार करेंगे। स्पेशल एजुकेटर्स हर महीने 20 स्कूलों का निरीक्षण कर आउट ऑफ स्कूल बच्चों के संबंध में सूचना शारदा पोर्टल पर अपलोड करेंगे।