लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने उच्च शिक्षा विभाग तत्वावधान में नई शिक्षा नीति और विधिक शिक्षा विषय वेबिनार का आयोजन किया। मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि प्रोफेसर बलराज सिंह चौहान ने कहा कि विधिक शिक्षा के योगदान में शिक्षाविदों डॉ. राम उग्रह सिंह प्रो पीके त्रिपाठी प्रो माधव मेनन जैसे विद्वानों का योगदान रहा है जिन्होंने विधि संकाय एवं राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के माध्यम से विधिक सेवा प्रदान करने का अप्रतिम कार्य किया।
उन्होंने पिछली शिक्षा नीतियों एवं समितियों की सिफारिशों का वर्णन करते हुए यह बताया कि शिक्षा का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण है तथा एक सर्वाधिकारवादी समाज का निर्माण करना है। विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो सी पी सिंह ने कहा कि शिक्षा नीति का उद्देश्य एक ऐसी शिक्षण व्यवस्था देना है जिसका केंद्र बिंदु विद्यार्थी हैं। परास्नातक विधिक शिक्षा में हमने सीबीसीएस सिस्टम लागू किया और हम नई शिक्षा नीति के अनुसरण में स्नातक शिक्षा के अधीन भी बदलाव ला रहे हैं।