उत्तर प्रदेश में पहली बार ग्राम पंचायतों को पंचायत सहायक मिलने जा रहे हैं। राज्य के सभी 58,189 गांवों में पंचायत सहायकों की भर्ती प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। बुधवार से चयनित पंचायत सहायकों के नाम घोषित होने शुरू हो जाएंगे। नियुक्ति देने का कार्य 10 सितंबर तक पूरा होना है। सख्त निर्देश है कि हर पंचायत भवन पर चयनित पंचायत सहायक का चयन पत्र भी चस्पा किया जाए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
पंचायत सहायकों की भर्ती में त्रि-स्तरीय पंचायत व्यवस्था का ही आरक्षण लागू किया गया है। यानी जिस गांव में जिस जाति का प्रधान है वहां उसी जाति का पंचायत सहायक होगा। साथ ही भर्ती में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण भी दिया जाना है। अनारक्षित पदों पर भी मेरिट में आने वाली महिलाओं का चयन हुआ है। ग्राम सचिवालयों में महिलाओं का दबदबा दिखेगा। कुछ स्थानों पर जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान और पंचायत सहायक सभी महिलाएं ही होंगी।
पंचायतीराज निदेशालय की वेबसाइट पर चयनित पंचायत सहायकों का नाम, पता, संबंधित ग्राम पंचायत, ई-मेल आईडी, मोबाइल व फोन नंबर आदि का ब्योरा डाला जा रहा है। चयन के बाद इन पंचायत सहायकों को दो महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला स्तर पर आयोजित होने वाले इस प्रशिक्षण में पंचायत सहायकों को ग्राम पंचायत के क्रियाकलाप, उनके अधिकार व जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
ग्रामीण लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए पात्र और जरूरत मंद लोगों का डेटा सरकार तक बिना किसी गड़बड़ी के पहुचाने के उद्देश्य से यूपी सरकार ने पंचायत सहायक एवं डाटा एंट्री आपरेटर के पदों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी कराई है। अभ्यर्थियों का चयन उनकी दसवीं और बारहवीं परीक्षा में प्राप्त अंकों पर बनाई जाने वाली मेरिट सूची के आधार पर किया जाएगा। पंचायत सहायक के पदों में नियुक्त किये जाने वाले उम्मीदवारों के पास कंप्यूटर चालन का ज्ञान होना आवश्यक है। ऐसे में इन्हें इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी