देवरिया: भटनी। क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय छितरौली के प्रधानाध्यापक रामानंद प्रसाद मार्ग दुर्घटना में 6 सितंबर को गंभीर रुप से घायल हो गए थे। स्थिति नाजुक होने पर चिकित्सकों ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया था। हालत में सुधार न होने पर गोरखपुर के चिकित्सकों ने उन्हें बुधवार को लखनऊ रेफर कर दिया गया था। जहां रात में ही शिक्षक ने दम तोड़ दिया।
बलिया जनपद के नगरा विकास खण्ड के इन्दासो गांव निवासी रामानंद प्रसाद 34 पुत्र शम्भूनाथ प्रसाद भटनी विकास खण्ड में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। वह हरिकीर्तन मुहल्ला में किराए पर मकान लेकर रहते थे। सोमवार की सायं अपने साथियों के साथ भोज कर आवास पर लौट रहे थे। इसी दौरान भटनी पक्के पुल पर अनियन्त्रित बाइक लेकर गिर गए, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आयी। भटनी स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद देवरिया रेफर कर दिया था। वहां भी स्थिति गंभीर देख परिवारीजनों ने उन्हे गोरखपुर के एक प्राईवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया।
बुधवार को स्थिति नाजुक होने पर चिकित्सकों ने लखनऊ रेफर दिया। जहां बुधवार की रात लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। छह भाईयों मे पांचवे नम्बर के शिक्षक रामानंद की मौत से पत्नी प्रतिभा देवी माता दुलारी देवी भाई मनोज, दो बेटे आर्यन तथा आरव का रो रो कर बुरा हाल था।
शिक्षकों ने शोक सभा में लिया हेलमेट पहनने का संकल्प
बीआरसी परिसर में आयोजित शोक सभा में शिक्षकों ने बिना हेलमेट बाइक न चालने का संकल्प लिया। शिक्षकों का कहना था कि साथी रामानंद अगर हेलमेट पहने होते तो शायद उनकी मृत्यु न होती। प्रधानाध्यापक रामानंद की मौत पर प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष अवनीश दीक्षित, आशुतोष गुप्त, ब्लाक अध्यक्ष ओपी शुक्ल, रामनिवास यादव, स्वत्रंत तिवारी, ज्ञान प्रकाश तिवारी, मधुकर सिंह, सुरेश यादव, राजीव रंजन मिश्र, इजहार अहमद, प्रदीप कुमार मिश्र, ब्रजराज गौतम, जयश्याम प्रसाद, रामप्रवेश मिश्र, धनंजय सिंह, प्रवेश कुमार, विनीत कुमार, सुनील कुमार आदि ने शोक सभा कर दिवंगत शिक्षक को श्रद्धान्जलि दी।