वाराणसी। कोरोना काल में देश के सभी स्कूलों और बोर्ड के बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई की है। ऑनलाइन कक्षाओं में पढ़ाई का क्या स्तर रहा, इसे जानने के लिए शिक्षा मंत्रालय 12 नवंबर को देशभर में ‘नेशनल असेसमेंट टेस्ट कराने जा रहा है। इसके जरिए बच्चों का लर्निंग आउटकम जानकर आगे की तैयारी होगी।
शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर सीबीएसई देशभर के 733 जिलों में यह टेस्ट कराएगा। हर जिले में दो सौ से चार सौ तक स्कूलों से बच्चों का चयन किया जाएगा। इसमें प्रश्नपत्र तैयार करने की जिम्मेदारी एनसीईआरटी को दी गई है। वाराणसी में सीबीएसई की कोऑर्डिनेटर और सनबीम स्कूल भगवानपुर की प्रधानाचार्या डॉ. गुरमीत कौर ने बताया कि वाराणसी से लगभग 280 स्कूलों का चयन नेशनल असेसमेंट टेस्ट के लिए किया जाएगा। खास यह कि चुने गए स्कूल परीक्षा कराने से इनकार नहीं कर सकते।
परीक्षा का पैटर्न भी आसान होगा। कक्षा 3, 5, 7, 9 और 10 के बच्चों को इसमें शामिल किया जाएगा। पेपर पिछली कक्षाओं के सिलेबस यानी 2, 4, 6, 8 और कक्षा 9 से बनाया जाएगा। पिछले दो सत्रों में बच्चों को परीक्षा दिए बिना ही अगली कक्षाओं में प्रोन्नत कर दिया गया था। टेस्ट का मकसद परीक्षा न देने से उनकी पढ़ाई पर पड़े असर की जांच करना भी होगा।