वाराणसी। करोना काल में भूल चुके शब्द ज्ञान की जानकारी के लिए शिक्षा विभाग ने अनोखी पहल की है। मिशन प्रेरणा के तहत अब स्कूल के बाद घर में भी छोटे बच्चों की क्लास चलेगी | स्कूल में शिक्षक तो घर पर अभिभावक क्लास लेंगे। यह क्लास एक से कक्षा तीन तक के बच्चों के लिए होगा। खास यह कि इन बच्चों को अक्षर ज्ञान से लेकर गुणा -गणित एवं वस्तुओं की पहचान के लिए सरल भाषा में पाठ्यपुस्तक तैयार किया गया है। जिससे ग्रामीण इलाकों के अभिभावक उन्हें समझ सकें और बच्चों को घर पर ही आसानी से पढ़ा सकें।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने मिशन प्रेरणा के तहत यूपी में ‘अकादमी पार्टनर’ के रूप में कार्य कर रही सामाजिक संस्था एलएलएफ की ओर से बुधवार को सेवापुरी बीआरसी सेंटर में आयोजित सेमिनार में दी। कहा कि बच्चों की पढ़ाई स्कूल तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। अभिभावकों को भी इससे जोड़ना होगा।
इसके लिए शिक्षक हर सप्ताह अभिभावकों से संपर्क करें। स्कूल में दिए गए पाठ्यक्रम बच्चों ने कितना पूरा किया और कितना याद किया, इसके बारे में अभिभावकों से पूछें। एलएलएफ के स्टेट मैनेजर अरविंद सिंह ने कहा कि करोना काल में 16 माह तक स्कूल बंद होने के बाद सबसे अधिक असर छोटे बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। बच्चे जो पढ़े थे, वह इस दौरान भूल गये । शिक्षा विभाग की तमाम पहल के बावजूद बच्चों ने जो पहले सीखा था वह भूल गए हैं। इसलिए बच्चों को जल्द अक्षर का ज्ञान मिल सके। इसके लिए सरल भाषा में पाठ्यक्रम तैयार करके सभी स्कूलों एवं अभिभावकों को वितरित किया जा रहा हैं सेमिनार में राज्य अकादमी समन्वयक साकिब, जिला समन्वयक विमलेश समेत सैकड़ों शिक्षक रहे।