लखनऊ: बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाई स्कूल में हेड मास्टर की पद पर तैनाती के लिए विभागीय परीक्षाओं को पास करना होगा। रिक्त पदों पर 40 फ़ीसदी भर्ती विभागीय परीक्षाओं से की जाएगी। वह 60फीसदी के लिए विभिन्न मान को पदोन्नति करके नियुक्ति दी जाएगी केंद्र सरकार ने राज्य को इस प्रक्रिया को 31 दिसंबर 2021 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के 1.59 लाख प्राइमरी व जूनियर हाई स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के 52317 पद रिक्त हैं। इसमें 30426 पद जूनियर हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक के हैं यह पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। वार्षिक कार्य योजना की बैठक में राज्य ने केंद्र सरकार को लिखित रूप में आश्वासन दिया है कि राज्य इन्हें विभागीय परीक्षा हुआ मानकों के आधार पर पदोन्नति देकर वरीयता के आधार पर भरेगा। हालांकि केंद्र चाह रहा है कि इनमें से 50 से अधिक पद सीधी भर्ती से भरे जाएं। लेकिन राज्य ने से सीधे इनकार कर दिया
विभागीय अफसरों का कहना है कि हम केवल प्राइमरी स्कूलों के लिए सहायक अध्यापक सीधी भर्ती से लेते हैं और बाकी प्रोन्नति के आधार पर भरे जाते हैं। इस निर्णय के कार्यरत शिक्षकों का अहित होगा।
6030 फीसदी पदों के लिए ऑपरेशन कायाकल्प बच्चों की हाजिरी, स्कूल का सैट स्कोर, मिशन प्रेरणा की अन्य बिंदु मानकों के रूप में तय होंगे।