टीचिंग फील्ड में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए यह खबर अहम हो सकती है। देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में जल्द ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। इस संबंध में शिक्षा मंत्री केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में हुई 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ हुई एक अहम बैठक के दौरान निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी संस्थान शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मिशन मोड में काम करना चाहिए। इसके तहत सभी विश्वविद्यालय आरक्षित वर्गों के रिक्त पड़े टीचिंग पदों को भरने के लिए अगले सप्ताह विज्ञापन जारी करें। उन्होंने आगे कहा कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया की शुरुआत की जाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी संस्थानों को संबंधित विज्ञापन जारी करने के लिए 6 सितंबर से 10 सितंबर के बीच तक का वक्त दिया है।
वहीं मंत्रालय से प्राप्त आकड़ों के अनुसार देश भर के विश्वविद्यालयों में कुल 6229 टीचिंग पद रिक्त हैं। इनमें से 1012 अनुसूचित जाति, 592 अनुसूचित जनजाति, 1767 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), 805 ईडब्ल्यूएस और 350 दिव्यांग श्रेणी के रिक्त हैं। वहीं, शेष जनरल कटेगरी के पद हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित 44 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से 15 यूनिवर्सिटी में स्वीकृत टीचर्स के पदों में से 40% से अधिक रिक्त हैं। इसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय और ओडिशा के केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षण पदों पर 70% से अधिक पद खाली हैं।
शिक्षा मंत्री ने इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से कहा वे अपने विश्वविद्यालयों में खेलों को प्रोत्साहित करें, जिससे देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिल सके। साथ ही शिक्षामंत्री ने 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की। वहीं शैक्षणिक सत्र के संबंध में कहा कि यूनिवर्सिटी जल्द ही परीक्षा और दाखिले की प्रक्रिया पूरी करें।