माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट बनाने वाले इंजीनियर समेत दो युवकों को साइबर थाने की पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। शातिरों ने फर्जी वेबसाइट बनाकर सैकड़ों छात्रों से आवेदन कराकर लाखों रुपये हड़पे थे। इससे पूर्व भी चाइल्ड रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी की थी।
साइबर थाने की पुलिस ने इनके पास से दो लैपटॉप, सात मोबाइल, एक टैबलेट, नौ एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, आठ आईडी, पासपोर्ट, वेबसाइट बनाने संबंधित सात कागजात, फर्जी वेबसाइट पर 567 छात्रों के आवेदन का विवरण और मोहर बरामद की। इसके अलावा पुलिस ने ऑनलाइन शुल्क जमा करने वाले छात्रों के दो लाख 17 हजार 541 रुपये फ्रीज करा दिए हैं।
आईजी केपी सिंह ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बनाने वाले का पता लगाने के लिए साइबर थाने की पुलिस को लगाया गया था। आईपी एड्रेस और लिंक की मदद से साइबर एक्सपर्ट ने सोमवार को एटा के कोतवाली निवासी सचिन उर्फ ललित और सुल्तानपुर के साहिल श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया। साहिल ने लखनऊ से बीटेक किया है। वह वेबसाइट डेवलपर है। इस गैंग का सरगना सचिन है। सचिन ने ही इंजीनियर साहिल को मिलाकर फर्जी वेबसाइट बनवाकर ठगी की थी। दोनों मोबाइल पर ऑनलाइन बात करते थे। इसके साथ ही सचिन आवेदकों से मिले ऑनलाइन रुपये अपनी गर्लफ्रेंड के बैंक खाते में जमा कराता था। पुलिस से बचने के लिए इंटरनेट चलाने के दौरान वीपीएन का प्रयोग करते थे। वेबसाइट बनाने के दौरान भी फर्जी ई-मेल और फेक कागजात इस्तेमाल किए थे। इस फर्जीवाड़े की जानकारी होने पर कर्नलगंज पुलिस ने 11 सितंबर को मुकदमा दर्ज किया था। आईजी ने खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार रुपये इनाम दिया है।