प्रयागराज : स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की लखनऊ टीम ने फर्जी डिग्री से नौकरी दिलाने के मामले में परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) कार्यालय के लिपिक नरेंद्र कनौजिया को सिविल लाइन बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया।
फिरोजाबाद के शिकोहाबाद का निवासी रामनिवास फर्जी डिग्री के जरिये शिक्षक बना था। उसके बाद वह अलग-अलग परीक्षाओं में पेपर साल्व करवाने और फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र तैयार करा कर डिग्री दिलाने लगा। नैनी में चक देवरा कनेला गांव निवासी और परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का लिपिक नरेंद्र भी इस फर्जीवाड़े में शामिल हो गया। वह शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का वेरीफिकेशन प्राधिकारी कार्यालय से कराने लगा। उसे प्रति अभ्यर्थी 50 हजार रुपये मिलते थे। मास्टरमाइंड रामनिवास यह काम आनलाइन भी कराता था, जिसमें नरेंद्र कनौजिया मदद करता था। इससे पहले एसटीएफ ने सरगना रामनिवास व उनके दो साथियों को लखनऊ में गिरफ्तार किया था।