डीएलएड 2019 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा से पहले ही सामाजिक अध्ययन का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। राम अवध जनता इंटर कालेज से पेपर आउट होने की खबर पर पहुंचे अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच में विद्यालय को क्लीन चिट दे दिया है। हालांकि अभी आगे जांच जारी होने की बात अधिकारी कर रहे हैं।
जिले में इस समय डीएलएड की वर्ष 2019 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही हैं। सोमवार को तीन पारियों में परीक्षाएं कराई गई। तीसरी पाली की परीक्षा दो बजे से चार बजे तक होनी थी। बताया जाता है कि लगभग एक बजकर 45 मिनट पर सामाजिक अध्ययन विषय का हल प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बारे में कहा जा रहा था कि यह जिले के राम अवध जनता इंटर कॉलेज बरियावन से वायरल हुआ है।
जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग समेत प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू की। कॉलेज में पहुंचकर उप जिला अधिकारी अकबरपुर मोइनुल इस्लाम और सीओ सिटी अशोक कुमार सिंह ने तीन घंटे तक सीसीटीवी फुटेज व अन्य माध्यमों से जांच की, लेकिन ऐसा कोई सुराग नहीं मिला। प्रश्न पत्र वहां से वायरल हुआ है। सीओ सिटी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि पूरे प्रदेश के एक ही प्रश्न पत्र बनाए गए हैं। ऐसे में यह नहीं स्पष्ट हो रहा है कि पेपर कहां पर आउट हुआ है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है यदि कहीं से भी यह पता चलता है कि जिले से इसका ताल्लुक है तो कार्रवाई की जाएगी। कालेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार पटेल ने बताया कि सीसीटीवी की निगरानी में केंद्र के पर्यवेक्षक की मौजूदगी में प्रश्न पत्र खोला गया है।
केंद्रों पर परीक्षार्थी हाथों पर लिख कर ले जा रहे हैं उत्तर
डीएलएड की परीक्षा के दौरान केंद्रों पर परीक्षार्थी नकल करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। तमाम बिंदुओं पर परीक्षार्थी अपने हाथों पर प्रश्न उत्तर लिख कर ले जा रहे हैं। हालांकि इस दौरान जांच में पकड़े भी जा रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। सूत्रों की माने तो डीएलएड परीक्षा के दौरान किसी तरह की कोई खास सख्ती नहीं बरती जा रही है। परीक्षा केंद्रों पर ढिलाई के कारण है परीक्षार्थी लगातार अनुचित साधनों के साथ पहुंच रहे हैं फिर भी पकड़े जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पिछले वर्ष भी खूब हुई थी नकल
डीएलएड परीक्षा के दौरान पिछले वर्ष भी खूब नकल हुई थी। नगर के एक केंद्र पर सभी परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं यह कैसी पाई जाने के बाद इसकी सूचना परीक्षा नियामक प्राधिकारी समिति को दी गई थी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। सूत्रों का कहना है कि परीक्षा केंद्रों पर तमाम केंद्र व्यवस्थापक पैसा लेकर भी नकल कराने से पीछे नहीं हट रहे हैं। हालांकि नकल की रोकथाम के लिए कई तरह की बैरिकेडिंग की गई है लेकिन सब कुछ नाकाम साबित हो रहा है। जब कि अधिकारियों का कहना है कि केंद्रों पर सख्ती बरती जा रही है।