यूपी में मुरादाबाद मंडल के परिषदीय स्कूलों के एक तिहाई शिक्षकों को नहीं पता है कि ध्यानाकर्षण मॉड्यूल क्या है। आईवीआरएस सैंपल सर्वे में प्रधानाध्यापकों से ध्यानाकर्षण माड्यूल के बारे में पूछा गया। इसमें प्रदेश भर के प्रधानाध्यापकों की स्थिति अच्छी नहीं थी। मुरादाबाद मंडल में सबसे खराब स्थिति संभल जिले की है। संभल के आधे से ज्यादा हेडमास्टरों ने स्वीकार किया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
आईवीआरएस सैंपल सर्वे रिपोर्ट बनाने के लिए प्रत्येक जिले में प्रधानाध्यापकों को कॉल कर उनसे ध्यानाकर्षण मॉड्यूल के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। प्रदेश भर के एक तिहाई शिक्षकों को ध्यानाकर्षण मॉड्यूल की जानकारी तक नहीं है। संभल में तो आधे से ज्यादा शिक्षकों ने कहा ध्यानाकर्षण के बारे में नहीं जानते, जो 53 फीसदी हैं। वहीं रामपुर के 40%, अमरोहा के 39% और मुरादाबाद के 13% हेडमास्टर ध्यानाकर्षण के बारे में जानकारी दे पाने में असफल रहे।
इसके बाद शासन ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए सभी बीएसए को निर्देश दिए हैं कि अपने जिले का हाल देखें। साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप एवं अन्य माध्यमों से समस्त शिक्षकों तक विभाग द्वारा विकसित तीनों मॉड्यूल ध्यानाकर्षण, आधारशिला एवं शिक्षण संग्रह को पहुंचाएं। ताकि अगले राउंड की कॉलिंग में सभी शिक्षकों को इसकी बेहतर जानकारी हो। तीनों माड्यूल की सॉफ्ट कॉपी प्रेरणा वेबसाइट पर नॉलेज सेंटर के टीचर्स कार्नर में डॉक्यूमेंट्स सेक्शन से प्राप्त किए जा सकते हैं।
क्या है ध्यानाकर्षण मॉड्यूल
ध्यानाकर्षण मॉड्यूल कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की रेमेडियल टीचिंग के लिए तैयार कराया गया है। रेमेडियल टीचिंग उन बच्चों के लिए विशेष किस्म का प्रशिक्षण होता है, जो अपनी कक्षा के अन्य बच्चों से पढ़ाई में पीछे होते हैं।