गोंडाः कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं की उपस्थिति शून्य होने के बाद विभिन्न मद में 96 लाख रुपये खर्च किए जाने की जांच पूरी हो चुकी है। समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम मार्कण्डेय शाही ने संविदा पर तैनात जिला समन्वयक बालिका, शिक्षा रजनी श्रीवास्तव व लेखाकार की सेवा समाप्त करने के साथ ही रिकवरी का आदेश दिया है
जिले में 17 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। शासन ने जरूरी सामान की खरीद के लिए बजट आवंटित किया था। 11 फरवरी से 31 मार्च के बीच 96 लाख रुपये निकाल लिए गए प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की शून्य उपस्थिति दर्ज थी। समीक्षा में राजफाश हुआ तो राज्य परियोजना निदेशक ने बीएसए से जवाब मांगा था। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति जांच सौंपी गई। इसमें जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार व जिला पंचायत के वित्तीय परामर्श मंगलेश सिंह पालीवाल शामिल थे। समिति ने आरोप सही पाए ।