उत्तर प्रदेश: राज्य में राजस्व लेखपाल के 7 हजार से भी अधिक पदों पर भर्तियां आयोजित की जानी हैं। इसके लिए यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से भी ऑफिशियल पुष्टि की जा चुकी है। इस भर्ती के लिए प्रतियोगी उम्मीदवारों को काफी लंबे समय से इंतजार बना हुआ है।
लगभग 2 सालों से यूपी राजस्व लेखपाल और चकबंदी लेखपाल के हजारों पद रिक्त चल रहे थेए जिन्हें भरे जाने के लिए अब साल 2021 में प्रदेश सरकार की मंजूरी मिल चुकी है जिसके बाद यूपीएसएसएससी ने राजस्व लेखपाल पदों को भरे जाने की प्रक्रिया में तेज कर दी है। यूपी सब ऑर्डिनेट सर्विस सेलेक्शन कमीशन के अनुसार प्रदेश में राजस्व लेखपाल के 7882 पदों को भरे जाने है जिसके अनुमान है कि जल्द ही चकबंदी लेखपाल के पदों की प्रक्रिया को भी अमलीजामा पहनाया जा सकता है। कब से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
अगर आप भी राजस्व लेखपाल भर्ती का इंतजार कर रहे हैं तो ऐसे युवाओं को बता दें कि जल्द ही इस भर्ती के लिए आयोग की ओर से ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता हैए जिसके बाद लेखपाल भर्ती में आवेदन की शुरुआत की जा सकती है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस भर्ती के लिए सितंबर माह के पहले या दूसरे सप्ताह तक आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत की जा सकती है
किन सर्टिफिकेट से मिलेगी वरीयता
अगर आप उत्तर प्रदेश की लेखपाल भर्ती में आवेदन कर राजस्व लेखपाल बनना चाहते हैं तो जिन उम्मीदवारों के पास ये सर्टिफिकेट होंगे उन्हें इस भर्ती में वरीयताध्छूट दी जाएगी।
अगर अभ्यर्थी राज्य सरकार के अंतर्गत किसी भी विभाग में कार्य करने वाले कर्मचारियों का पुत्र.पुत्री है तो ऐसी स्तिथि में उन्हें भर्ती में वरीयताध्छूट दी जा सकती है।
अगर आवेदन करने वाला उम्मीदवार एनसीसी में किसी भी कैटेगरी का सर्टिफिकेट रखता है तो ऐसे सभी अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया में छूटध्वरीयता दिए जाने का प्रावधान रखा गया है।
सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के 10 प्रतिशत आर्थिक आरक्षण का प्रमाणपत्र होने की स्थिति में उन्हें भी भर्ती में वरीयताध्छूट प्रदान की जाएगी।
इसके अलावा यदि आवेदनकर्ता स्वयं राज्य सरकार या केंद्र सरकार का कर्मचारी है तो संबंधित विभाग से एनओसी होने की स्थिति में वह भी आरक्षण का हकदार माना जाएगा।
इसके अतिरिक्त यदि आवेदन करने वाले अभ्यर्थी के पास राज्य स्तरीय या नेशनल लेवल का किसी भी खेल से संबंधित प्रमाणपत्र होगाए उन्हें भी इस भर्ती में वरीयता प्रदान की जाएगी।
हालांकि नई भर्ती के लिए इन नियमों में अभी आधिकारिक मोहर नहीं मानी जा सकती है लेकिन पूर्व में आयोजित की गई लेखपाल भर्तियों में इन नियमों को शामिल किया जाता रहा है।