मैनपुरी के विकास खंड बेवर के प्राथमिक विद्यालय दौदापुर में छात्रों के साथ जातिगत भेदभाव किया जा रहा था। यहां अनुसूचित जाति के बच्चों के बर्तन अलग रखे जा रहे थे। गांव की प्रधान के पति की शिकायत पर सीडीओ ने स्कूल पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली।
उन्होंने दोनों रसोइयों को बर्खास्त करते हुए प्रधानाध्यापिका को उनके कर्तव्य में लापरवाही पर निलंबित कर दिया। बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को एमडीएम की खराब गुणवत्ता पर फटकार लगाते हुए कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिए। वहीं इस मामले का शुक्रवार को वीडियो भी वायरल हुआ।
परिषदीय विद्यालय दौदापुर में अनुसूचित जाति के बच्चों के साथ भेदभाव किया जा रहा था। अनुसूचित जाति के बच्चों के बर्तन जहां उनके पास कक्षाओं में रखे जाते थे, वहीं अन्य जाति के बच्चों के बर्तन रसोई में रखे जा रहे थे।
प्रधान के पति ने की थी शिकायत
दो दिन पहले गांव की प्रधान मंजूदेवी के पति सहाब सिंह स्कूल पहुंचे तो यहां उनसे अनुसूचित जाति के बच्चों के बर्तन अलग रखने की शिकायत की गई। तब उन्होंने ऐसा न करने की चेतावनी रसोइया को दी थी। फिर भी सुधार न होने पर उन्होंने बीएसए से शिकायत की।
शुक्रवार को इस मामले का वीडियो भी वायरल हो गया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। शुक्रवार को सीडीओ विनोद कुमार, बीएसए कमल सिंह और परियोजना निदेशक केके सिंह प्राथमिक विद्यालय दौदापुर पहुंचे।
जांच के बाद शिकायत को सही पाया। सीडीओ के सामने ही रसोइयों ने अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं के बर्तन छूने से इनकार कर दिया। सीडीओ ने प्रधानाध्यापिका गरिमा सिंह राजपूत को कर्तव्य में लापरवाही पर निलंबित कर दिया। वहीं रसोइया लक्ष्मीदेवी व सोनवती को सेवा से बर्खास्त कर दिया।
सीडीओ ने प्रधान को जारी किया नोटिस
प्राथमिक विद्यालय दौदापुर पहुंचे सीडीओ से ग्रामीणों और प्रधानाध्यापिका ने शिकायत की कि कायाकल्प योजना के तहत विद्यालय में काम कराया जाना है। इसकी धनराशि होने के बाद भी ग्राम प्रधान सहयोग नहीं कर रहे हैं। इस पर सीडीओ ने मौके पर ही ग्राम प्रधान मंजू देवी को नोटिस जारी करने के निदेश दिए।
ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका के निलंबन को गलत बताया
प्राथमिक विद्यालय दौदापुर में वीडियो वायरल के बाद अधिकारियों द्वारा प्रधानाध्यापिका के निलंबन की कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि प्रधानाध्यापिका गरिमा राजपूत प्रतिदिन विद्यालय पहुंचकर विधिवत शिक्षण कार्य कराती हैं। बर्तन अलग रखने के मामले में प्रधानाध्यापिका का कोई दोष नहीं है। गजेंद्र प्रताप सिंह, गजराज सिंह, प्रवीन कुमार समेत ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान मंजू देवी द्वारा बेवजह विद्यालय के लोगों को परेशान किया जा रहा है।
सीडीओ विनोद कुमार ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय दौदापुर में बच्चों के साथ जातिगत भेदभाव की सूचना मिली थी। इस पर जांच की गई तो शिकायत सही पाई गई। रसोइया बच्चों के साथ भेदभाव कर रही थीं। दोनों रसोइयों को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं प्रधानाध्यापिका को भी निलंबित किया गया है।