प्रयागराज: कोरोना की बंदी के बाद बच्चे तो स्कूल में पहुंच गए थे लेकिन हजारों शिक्षक घर पर मौज कर रहे हैं। पारस्परिक तबादले से एक से दूसरे जिले में गए प्रति शिक्षकों 7 महीने से बीएसए कार्यालय में हाजिरी लगाकर घर बैठे वेतन पा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद इतने समय से इन शिक्षकों को स्कूल आवंटित नहीं कर सका है। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में 4868 शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों का अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण 17 फरवरी 2021 को किया गया था।
उसके बाद इन शिक्षकों ने संबंधित जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अपनी जॉइनिंग दे दी। पिछले 7 महीने से यह शिक्षक बीएसए कार्यालय में हाजिरी लगा कर घर लौट जा रहे हैं। 24 अगस्त को 6 से 8 और 1 सितंबर को कक्षा एक से पांच तक के बच्चे स्कूल आने लगे। लेकिन इन शिक्षकों को स्कूल आवंटित नहीं किया जा सका अकेले प्रयागराज में 110 शिक्षक तैनाती का इंतजार कर रहे हैं।
अब आई छूटे हुए शिक्षकों की याद
अंतर्जनपदीय तबादले से जनवरी में आए लेकिन किन्ही कारणों से पदस्थापन से छूटे हुए शिक्षकों की तैनाती की कार्रवाई मंगलवार को शुरू हुई। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल ने शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापक से स्कूल का विकल्प लेने के लिए 2 दिन का समय दिया था। लेकिन प्रयागराज में सिर्फ दो छोटे से छेद होने के कारण मंगलवार को ही स्कूल आवंटित कर दिया गया। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी का कहना है कि 2 शिक्षकों के लिए 7 स्कूल खोले गए थे।