लखनऊ: प्रदेश के महाविद्यालयों में शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए ऐसी नियमित पूर्णकालिक शिक्षक निर्देशन कर सकेंगे जो पीएचडी होम और जिनके कम से कम 6 शोध पत्र जनरल में प्रकाशित हो चुके हो। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोनिका यश गर्ग ने आदेश जारी कर दिया है
महाविद्यालयों के शिक्षकों को शोध निर्देशन की सुविधा दिए जाने के फलस्वरूप शोध कार्यो के लिए अधिक संख्या में योग शिक्षक उपलब्ध हो सकेंगे। महाविद्यालयों के लिए शोध पर्यवेक्षक अपने शोध के लिए निकट के संस्थानों, महाविद्यालयों रिसर्च व डेवलपमेंट प्रयोगशालाओं विश्वविद्यालयों आदि की रचना व शोध के लिए सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।