अतरौली: सन 2004 में प्राथमिक विद्यालय कोडिया मैं शिक्षामित्र पद पर नियुक्ति हुए राजीव कुमार ने 10 वर्षों तक पूरी लगन व मेहनत से बच्चों को शिक्षा प्रदान की। विद्यालय में पढ़ाने वाले छात्र उनकी कर्मठता गवाह है। 2014 में शिक्षामित्रों का समायोजन हुआ तो उनको शाहाबाद ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय हंसुआ में समायोजित शिक्षक के पद पर नियुक्ति मिली लेकिन 2017 में समायोजन रद्द होने के बाद वह फिर से अपनी पुरानी जगह स्थानांतरित होकर आए। समायोजन रद्द होने की घटना ने उन्हें काफी आहत किया था।
उन्हें शिक्षक न बन पाने का मलाल अंदर ही अंदर चुप रहा था । उन्होंने शिक्षक बनने के लिए दिन रात एक कर के शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी पास कर ली। लेकिन तभी नियमों में बदलाव हुआ और शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करना भी आवश्यक हो गया लेकिन वह शिक्षक भर्ती परीक्षा पास नहीं कर पाये। इसके बाद से वह तनाव में रहने लगे। पत्नी सीता ने बताया कि कई महीनों से वाह गुमसुम से रहने लगे। रविवार की रात एक शादी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह घर आकर सभी के साथ सो गए थे।
ग्राम कठौनी मैं एक शिक्षा मित्र ने घर की कोठरी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक कई महीनों से तनावग्रस्त था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अतरौली थाना क्षेत्र के ग्राम कठौनी निवासी राजीव कुमार 47 प्राथमिक विद्यालय कौड़िया द्वितीय में शिक्षामित्र के पद पर तैनात थे। राजीव को 2004 में प्राथमिक विद्यालय कौड़िया द्वितीय में शिक्षा मित्र के पद पर तैनाती मिली ।
सुबह पत्नी ने घर को कोठी में पति राजीव का शव रस्सी से फांसी पर लटकता देखा तो चीख पड़ी। शोर शराबा सुनकर ग्रामीण एकत्रित हो गए मृतक के दो पुत्रियों का 2 पुत्र हैं दोनों पुत्रियों की शादी हो चुकी है। घटना के बाद से पत्नी व बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है सूचना पर पहुंची अतरौली पुलिस के श पीएम के लिए भेज दिए।