गोंडा: आर्थिक तंगी से परेशान एक और शिक्षामित्र ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। हलधरमऊ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय मलावना प्रथम में कार्यरत शिक्षा मित्र ने रविवार की रात में खुद को आग लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि समायोजन निरस्त होने के बाद वह अवसाद का शिकार था ।
करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के हलधर मऊ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मलौना प्रथम में प्रताप नारायण देव पांडे शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत थे। समायोजन होने के दौरान प्रताप नारायण को कटरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय देवापसिया मैं सहायक अध्यापक पद पर तैनाती मिली थी। बाद में समय मुझे निरस्त होने के बाद वह फिर से अपने मूल विद्यालय में वापस पहुंच गए थे। बताया जा रहा है कि समायोजन निरस्त होने के बाद से ही प्रताप नारायण अवसाद का शिकार थे। ₹10000 मानदेय में परिवार का भरण पोषण करना उनके लिए मुश्किल होने लगा। परिवार में उनकी माता जय देवी पिता रामसेवक पांडे, पत्नी उमा देवी बेटा आकाश 12 वर्ष , छोटी आंचल 8 वर्ष व प्रांजल 3 वर्ष थी। समायोजन निरस्त होने के बाद अवसाद से ग्रस्त शिक्षामित्र को साथियों ने काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया। मगर प्रताप नारायण नौकरी जाने के गम को भुला नहीं पाए थे।
परिवार जनों के मुताबिक रविवार की देर रात जब सब लोग खाना खाने के बाद सोने चले गए तो प्रताप नारायण ने अपने कमरे में खुद पर केरोसिन डालकर आग के हवाले कर दिया। कमरे में धुआं उठता देख जब परिवार के लोग दौड़े तो प्रताप नारायण को पूरी तरह से आग की लपटों से घिरा पाया। जब तक आग बुझाने का प्रयास किया जाता तब तक प्रताप नारायण की मौत हो गई। परिवार जनों ने पोस्टमार्टम कराने के बजाय अंतिम संस्कार कर दिया। हलधर मऊ शिक्षा मित्र संघ की श्याम बाबा भारती ने मृतक शिक्षामित्र के परिवार को आर्थिक सहायता की पहल करते हुए संगठन की तरफ से उनके परिवार को सहायता देने की बात कही है तथा शिक्षा मित्रों के सहयोग की अपील की है।