चंदौली: बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने मंगलवार को किशुनपूरां कम्पोजिट विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बृजेश सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। आरोप है कि यहां नियुक्त गुरुजी बच्चों का पठन पाठन छोड स्कूल में मेज पर पैर फैलाकर खर्राटें भर रहे थे। जिनकी ग्रामीणों ने फोटो खींच कर वायरल कर दिया था। फिलहाल गुरुजी के निलंबन की कार्रवाई के बाद अन्य शिक्षकों में हड़कंप मचा है।
धानापुर ब्लाक किशुनपूरा गांव के कम्पोजिट विद्यालय में सोमवार को कोविड टीकाकरण का कैम्प लगा था। इस दौरान टीकाकरण के लिए पहुंचे ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को सोते हुए पाया और उनकी तस्वीर मोबाइल से खींचकर वायरल कर दी। मामला कुछ ही देर में पूरे क्षेत्र में फैल गया। जानकारी बीआरसी तक पहुंचती तो महकमे ने इसे संज्ञान में ले लिया। दूसरी ओर इस घटना को लेकर गांव के लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला। लोगों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही बरतने वाले प्रभारी प्रधानाध्यापक को तत्काल निलंबित किया जाय।
क्योंकि ऐसे अध्यापक बच्चों की भविष्य से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके बाद बीएसए सत्येंद्र सिंह ने जांच के आदेश दिए। और प्रभारी प्राधानाध्यापक को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया। बीएसए ने बताया कि विद्यालय के संचालन की अवधि में शिक्षको पर कक्षाओं में बच्चों के पठन पाठन के साथ साथ विद्यालय संबंधित कामकाज को पूरा करने का दायित्व होता है। लेकिन प्रभारी प्राधानाध्यापक की वायरल रवैया गैर जिम्मेदारानापूर्ण प्रतीत होता दिख रहा है। जो किसी भी दशा में पोषणीय नहीं है। यदि आगे भी इस तरह की कोई लापरवाही मिली तो संबंधित के खिलाफ और कड़ी कार्यवाही की जाएगी। बीएसए की इस कार्यवाई के बाद से दूसरे अन्य शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।