फतेहपुर जिले में कताई मिल परिसर स्थित नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल लोकार्पण किया। सिद्घार्थनगर से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रधानमंत्री ने एक साथ आठ जनपदों में मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ किया। पीएम ने कहा, अच्छे इलाज के लिए अब बड़े शहर नहीं जाना होगा।
गाड़ी का इंतजाम नहीं करना होगा। मैंने इस समस्या को निजी जीवन में भोगा है, इसलिए समझता हूं। पीएम से पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी आमजन से वर्चुअल संवाद किया। अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण कार्यक्रम नव निर्मित प्रशासनिक भवन में हुआ।
इसका संचालन पैथोलॉजी विभाग की सहायक प्रो. मेधा मिश्रा और सदर एसडीएम अवधेेश निगम ने किया। सबसे पहले कार्यक्रम को प्रभारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने संबोधित किया। कहा प्रदेश में कोई ऐसा जनपद नहीं बचेगा, जहां मेडिकल कॉलेज न बनाया जाए।
प्रदेश में जो जनपद शेष रह गए हैं, वहां पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनेंगे। इसके बाद साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, बिंदकी के चार युवकों की ट्रांसफार्मर में लगी आग की चपेट में आने से मृत्यु हो गई थी। इनमें से तीन की मौत इलाज के लिए कानपुर ले जाते वक्त हुई थी।
उसी दिन एहसास हुआ कि अगर फतेहपुर में मेडिकल कॉलेज होता तो इन युवकों की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने तत्कालीन जिलाधिकारी कुमार प्रशांत को याद करते हुए कहा कि जमीन के अभाव में प्रोजेक्ट नहीं मिल पा रहा था।
कुमार प्रशांत ने कताई मिल की जमीन दिए जाने का रास्ता बताया था और बड़ी मेहनत से इस जमीन को मेडिकल कॉलेज के नाम कराया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह, सदर विधायक विक्रम सिंह, खागा विधायक कृष्णा पासवान, बिंदकी विधायक करण सिंह पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष मिश्र, पूर्व मंत्री राजेंद्र पटेल, पूर्वमंत्री अमरजीत सिंह, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी के साथ ही डीएम अपूर्वा दुबे, एसपी राजेश सिंह, सीडीओ सत्य प्रकाश और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरपी सिंह मौजूद रहे।
ऐसे संचालित होंगे कोर्स
सत्र – कोर्स – नाम
प्रथम – तीन – एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री
द्वितीय – चार – पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक, माइक्रो मेडिसिन
तृतीय – तीन – ईएनटी, आर्थोपेडिक्स, कम्युनिटी मेडिसिन
फाइनल -चार – सर्जरी, मेडिसिन , गाइलोक्लॉजी, पिडियाट्रिक
इन पदों का हुुआ सृजन
मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए विभिन्न पदों का सृजन कर दिया गया है। यहां चिकित्सा शिक्षकों के 45 पद, रेजीडेंट 18, जूनियर रेजीडेंट 42 , नर्सिंग संवर्ग 173 , पैरामेडिकल – तकनीकी संवर्ग 32 पद, लिपिकीय संवर्ग 30, प्रशासनिक संवर्ग 10, चतुर्थ श्रेणी आउटसोर्सिंग के 36 पद समेत कुल 386 पदों का सृजन किया गया है।
21 विभाग और 300 बेड होंगे
मेडिकल कॉलेज में 300 बेड की क्षमता होगी। एनएमसी यानी नेशनल मेडिकल कमीशन के मानक के अनुुसार 300 बेड की क्षमता के आधार पर जिला चिकित्सालय को भी विकसित किया जाएगा। कॉलेज में 21 विभाग होंगे। एनएमसी के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज में ट्यूबरकुलोसिस, लेप्रोसी-डर्मटोलॉजी, साइकेट्री, जनरल सर्जरी, एनाटॉमी, साइक्लॉजी, बॉयोकेमेस्ट्री, फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, पिडियाट्रिक, आर्थोपेडिक्स, राइनो लारयनग्लोजी, आप्थालमोलॉजी, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनोक्लॉजी, एनेस्थसोलॉजी, रेडियो डाइग्नोसिस और डेंटिस्ट्री विभाग संचालित होंगे।
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एमबीबीएस में 100 सीटें
मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के लिए 100 सीटों का आवंटन हुआ है। एमबीबीएस का एक बैच निकलने के बाद ही यहां एमएस और एमडी के पाठ्यक्रमों की शुरुआत होगी। तब सीटें भी बढ़ेंगी। एमबीबीएस का पहला बैच निकलने के बाद सीटों में बढ़ोत्तरी होना तय है।
अमर शहीदों के वंशज भी हुए सम्मानित
कार्यक्रम में अमर शहीद जोधा सिंह अटैया और ठा. दरियाव सिंह के वंशजों को भी बुलाकर मंचासीन कराया गया। उन्हें मंच पर सम्मानित किया गया। दरियाव सिंह के प्रपौत्र के रूप में खागा के राम प्रताप सिंह और जोधा सिंह अटैया के प्रपौत्र के रूप में बलबीर सिंह को सम्मानित किया गया।
कॉलेज तैयार नहीं और हो गया लोकार्पण
मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण तो कर दिया गया लेकिन अभी तक कॉलेज बनकर पूरी तरह तैयार ही नहीं हुआ है। इस बात की चर्चा रही कि लोकार्पण तो हो गया लेकिन अभी तक कॉलेज की इमारतें, छात्रावास और लैब सभी अधूरे हैं। चुनाव नजदीक आने की वजह से जल्दबाजी में यह लोकार्पण किया गया है।