गौरीगंज (अमेठी)। छात्राओं को आत्मरक्षा में प्रशिक्षित करने के लिए जिले में संचालित 354 उच्च प्राथमिक स्कूलों में बालिकाओं को विशेष प्रशिक्षण मिलेगा। इसके लिए मानदेय पर 118 प्रशिक्षकों की नियुक्ति करने के बाद 18 अक्तूबर से 25 दिवसीय प्रशिक्षण शुरू होगा। चिह्नित स्कूलों में प्रशिक्षण कार्य पूरा होने के बाद बालिकाएं आत्मरक्षा में सशक्त होंगी।
रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत जिले में संचालित 354 उच्च प्राथमिक स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण मिलेगा। कवायद सफल हो इसके लिए 115 स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा अनुदेशक को तैनाती बेसिक शिक्षा विभाग ने की है।
प्रशिक्षकों की तैनाती करने के बाद 118-118 स्कूलों को तीन चरण में विभाजित करते हुए प्रशिक्षण का रोस्टर तैनात किया गया है। पहले चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम 18 अक्तूबर को शुरू होगा। पहले चरण में शामिल 118 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी कर नामित प्रशिक्षक के सहयोग से स्कूल में पंजीकृत छात्राओं को 25 दिन का विशेष आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिलाने के साथ स्वच्छता, सुरक्षा व शिक्षा के महत्व पर जागरूक करने को कहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रतिदिन का फोटोग्राफ्स कार्यालय भेजने के साथ ही पंजीकृत छात्राओं को जागरूक कर प्रत्येक दशा में नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग कराने का निर्देश दिया है। छात्राओं के आत्मरक्षा में प्रशिक्षित होने के बाद जहां विपरीत परिस्थितियों में उनमें मुकाबला करने की क्षमता बढ़ेगी वहीं महिला अपराधों पर प्रभावी अंकुश भी लगेगा।
प्रशिक्षकों को मिलेगा मानदेय
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा प्रभाकर मिश्र ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण के लिए 118 प्रशिक्षक की तैनाती की गई है। प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने तथा प्रशिक्षकों को मानदेय भुगतान के लिए प्रत्येक स्कूल को तीन हजार रुपये विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजा गया है। अंतरित राशि में एक हजार रुपये से बैनर, प्रमाण पत्र तैयार करने के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्रा को पुरस्कृत करने तथा दो हजार रुपये प्रशिक्षक को मानदेय के रूप में दिया जाएगा।
छात्राओं का बढ़ेगा मनोबल
बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि मिशन शक्ति के तहत बालिकाओं को आत्मरक्षा में प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बालिकाओं का मनोबल बढ़ेगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी के साथ बालिका शिक्षा के लिए संचालित योजनाओं की भी जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लापरवाही नहीं हो इसके लिए नियमित निगरानी का प्रबंध किया गया है।