प्रयागराज: देश की सबसे प्रतिष्ठित प्रशासनिक सेवा के लिए होने वाली संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा (आईएएस) और प्रदेश की सबसे बड़ी सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) में लगातार निराशा मिलने के कारण हिंदी भाषी और हिंदी पट्टी के प्रतियोगी छात्रों को अब शिक्षक भर्ती से उम्मीदें बंधी हैं। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में पांच साल बाद असिस्टेंट प्रोफेसर के 2003 पदों पर की जा रही भर्ती के आवेदन से यह साफ है।
इसमें हिंदी के प्रत्येक पद के लिए औसतन 87 दावेदार हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर के 162 पदों के लिए 14166 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। ये संख्या इसीलिए भी महत्व रखती है क्योंकि असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए वही आवेदन कर सकता है जिसने या तो 2009 के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के रेगुलेशन के अनुसार पीएचडी की हो या फिर नेट क्वालीफाई हो। इससे पहले सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक हिंदी के 1956 पदों के लिए 93994 (प्रत्येक पद पर 48) और प्रवक्ता के 410 पदों पर 54270 (प्रत्येक पद पर 132) अभ्यर्थियों ने किया था।
असिस्टेंट प्रोफेसर के कई विषयों में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। प्राचीन इतिहास के 24 पदों के लिए 3630 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यानि एक सीट पर 151 दावेदार हैं। इसी प्रकार शिक्षाशास्त्र के 40 पदों के लिए 4903 आवेदन मिले हैं। यानि इसमें एक सीट के लिए औसत 123 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। आयोग 30 अक्तूबर से तीन चरणों में लिखित परीक्षा कराने जा रहा है। 2003 पदों के लिए 96330 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं।
आंकड़ों पर एक नजर
दस विषय जिनमें सर्वाधिक दावेदार
विषय पद आवेदन औसत दावेदार
प्राचीन इतिहास 24 3630 151
गृह विज्ञान 12 1519 127
शिक्षाशास्त्र 40 4903 123
हिन्दी 162 14166 87
इतिहास 41 2447 60
राजनीतिशास्त्र 109 5269 48
संस्कृत 74 4048 55
बीएड 113 7068 63
विधि 41 2563 63
वाणिज्य 79 5687 72
पांच विषय जिसमें सबसे कम प्रतिस्पर्धा
सैन्य अध्ययन 42 478 11
संगीत वादन सितार 2 32 16
मनोविज्ञान 66 1101 17
सांख्यिकी 18 344 19
अंग्रेजी 133 2595 20
इन विषयों में केवल एक पद
एशियन कल्चर 1 21 21
मानवशास्त्र 1 37 37
जैव/जीव रसायन 1 564 564
महिला अध्ययन 1 21 21